PAK vs ENG 2nd Test: इंग्लैंड टीम फिलहाल पाकिस्तान के दौरे पर है. ये किस्सा भी इन दो टीमों से ही जुड़ा है, जब फैसलाबाद में साल 1987 में इनके बीच टेस्ट मैच खेला गया. क्रिकेट उस समय शर्मसार हुआ, जब पाक अंपायर और इंग्लैंड के कप्तान माइक गेटिंग के बीच विवाद हो गया.
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8 December Cricket History: साल 1987, फैसलाबाद का मैदान. पाकिस्तान और इंग्लैंड की क्रिकेट टीमें आमने-सामने. 7 दिसंबर से शुरू हुआ ये टेस्ट मैच आखिरकार ड्रॉ रहा लेकिन इससे जुड़ा एक विवाद आज भी क्रिकेट को शर्मसार करता है. हालांकि इसमें कोई पाकिस्तानी खिलाड़ी नहीं बल्कि अंपायर शामिल था और इंग्लैंड के तत्कालीन कप्तान माइक गेटिंग. दोनों के बीच जोरदार बहस हुई, एकदम आमने-सामने खड़े होकर. तब अखबारों में हेडलाइन छपीं- ये तो क्रिकेट नहीं है.
ड्रॉ रहा था मैच
फैसलाबाद में पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच उस सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला गया. इंग्लैंड ने क्रिस ब्रॉड (116) के शतक की बदौलत अपनी पहली पारी में 292 रन बनाए और फिर पाकिस्तान को 191 रन पर समेटा. इकबाल कासिम ने 5 जबकि अब्दुल कादिर ने 4 विकेट लिए. फिर इंग्लैंड ने दूसरी पारी 6 विकेट पर 137 रन बनाकर घोषित कर दी जिससे मेजबानों को जीत के लिए 239 रन का लक्ष्य मिला. बाद में पाक टीम की दूसरी पारी में एक विकेट पर 51 रन बने और मैच ड्रॉ रहा.
8 दिसंबर से जुड़ा विवाद
इस मुकाबले में विवाद 8 दिसंबर को हुआ. उस समय टीमों और संबंधित क्रिकेट बोर्ड के बीच संबंध उतने बेहतर नहीं थे. लाहौर में पहले टेस्ट मैच के दौरान भी खराब अंपायरिंग को लेकर आलोचना हुई और फिर फैसलाबाद टेस्ट में तनाव और बढ़ गया. दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद इंग्लैंड मजबूत स्थिति में था. इंग्लैंड के 292 के जवाब में पाकिस्तान 5 विकेट पर 106 रन बनाकर संघर्ष कर रहा था. गेटिंग एक अतिरिक्त ओवर निकालना चाहते थे और इसलिए ऑफ स्पिनर एडी हेमिंग्स को बुलाया. फील्डिंग को सेट करते हुए गेटिंग ने नॉन स्ट्राइकर सलीम मलिक को जानकारी दी कि वह डेविड कैपेल को लॉन्ग-लेग से ऊपर ला रहे हैं. जैसे ही हेमिंग्स ने अपना रन-अप शुरू किया, गेटिंग ने कैपल को संकेत दिया कि वह काफी दूर आ गया है. तकनीकी रूप से यह कदम वैध था क्योंकि गेटिंग ने बल्लेबाज को बताया था, चूंकि वह स्ट्राइकर की नजर से बाहर था, इसलिए उसका ध्यान भंग नहीं होने वाला था.
धोखा कहा तो बोली गाली
स्क्वायर लेग पर खड़े अंपायर शकूर राणा नाखुश थे और 'रुको, रुको' चिल्लाए. हेमिंग्स ने गेंद फेंकी. उनके सहयोगी खिजर खान ने इसे डेड बॉल बताया. दोनों फील्डर और बल्लेबाज शुरू में भ्रमित थे, लेकिन जैसा कि गेटिंग ने पूछा कि क्या हो रहा है, राणा ने कहा- 'आप अपना हाथ लहरा रहे हैं. यह धोखा है.' गेटिंग ने समझाया कि वह फील्डर को हिला नहीं रहे थे लेकिन उन्हें रुकने के लिए कह रहे थे और राणा को सुझाव दिया कि वह स्क्वायर लेग पर वापस जाएं ताकि खेल आगे बढ़ सके. राणा मुड़े और दूर जाने लगे, लेकिन जैसे ही उन्होंने ऐसा किया कि उन्हें स्पष्ट रूप से यह कहते सुना गया- 'तुम एक धोखेबाज हो.' बाद में यही बात अंपायर ने बताई और कहा कि गेटिंग उन्हें गाली दे रहे थे.इस मैच में अंपायर दोनों पाकिस्तान के ही थे- खिजर हयात और शकूर राणा.
गेटिंग ने खोया आपा
बाद में गेटिंग अपना आपा खो बैठे. वह एकदम से राणा के पास दौड़ते हुए गए और चिल्लाने लगे. भले ही विवाद किसी भी वजह से शुरू हुआ हो, लेकिन जिस तरह गेटिंग उंगली दिखाते और अंपायर पर चिल्लाते दिखे, पूरी दुनिया ने भी वही तस्वीरें देखीं. गेटिंग पर सवाल खड़े हुए. अंपायर ने उनसे कहा कि यह नियमों के खिलाफ है तो गेटिंग को यह कहते सुना गया- नियम हम बनाते हैं.
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