इस समझौता ज्ञापन के मुताबिक भारत को 2015 से लेकर 2023 तक पाकिस्तान के खिलाफ छह द्विपक्षीय श्रंखला खेलना था जिसे भारत ने नहीं माना.
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नई दल्लीः पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पिछले वर्ष बीसीसीआई खिलाफ आईसीसी की विवाद समाधान समिति के समक्ष लगभग 7 करोड़ अमेरिकी डॉलर के मुआवजे का दावा करते हुए मामला दर्ज किया था जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा. PCB के अध्यक्ष एहसान मनी ने सोमबार को दावा किया कि पीसीबी ने विवाद समाधान समिति में मुकदमा हारने के बाद बीसीसीआई को मुआवजे के रूप 16 लाख डॉलर की राशि दी है. पाकिस्तान की मालिकाना हालत को देखते हुए लगभग 11 करोड़ एक बड़ा आर्थिक दंड है. मनी ने साथ ही यह भी बताया कि इस मामले में क्रिकेट बोर्ड ने लगभग 22 लाख डॉलर खर्च किए थे वो भी उसे गवाने पड़े.
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आपको बता दें कि पिछले वर्ष PCB ने बीसीसीआई पर दोनों बोर्डों पर के बीच समझौता ज्ञापन का सम्मान नहीं करने का मामला दर्ज किया था. इस समझौता ज्ञापन के मुताबिक भारत को 2015 से लेकर 2023 तक पाकिस्तान के खिलाफ छह द्विपक्षीय श्रंखला खेलना था जिसे भारत ने नहीं माना. इस मामले के खिलाफ भारत ने आईसीसी के सामने यह दलील रखी थी कि हम इस समझौते का पालन इसलिए नहीं कर पाए क्योंकि सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में यह दावा किया था कि यह समझौता कानूनी रूप से बाध्यकारी है जिसका पालन भारत को करना ही पड़ेगा. भारत ने PCB के इस दावे को भी खारिज कर दिया.
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पीसीबी अध्यक्ष एहसान मनी ने बताया कि भारत को भुगतान में दी गई राशि के अलावा उन्हें अन्य खर्च कानूनी फीस और यात्रा से संबंधित राशि भी दी है. BCCI ने कहा कि PCB ने जो इस समझौते को कानूनी रूप से बाध्यकारी बताया था वह महज एक प्रस्ताव था. आप को बता दें वर्तमान में पाकिस्तान की आर्थिक हालत बहुत ही खराब है और दंड के रूप में भारत को लगभग 11 करोड़ रुपये का भुगतान उसके ऊपर दोहरी मार है.