कहते हैं कि रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं, लेकिन भारत के कुछ खिलाड़ियों ने क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसे रिकॉर्ड कायम किए हैं, जिनका टूट पाना बेहद मुश्किल है.
भारतीय टीम के पूर्व महान सलामी बल्लेबाज सचिन रमेश तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. सचिन ने बल्लेबाजी के कई सारे रिकॉर्ड बनाए हैं जो मील के पत्थर साबित हुए हैं. लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों के शतक के इस खास कार्तिमान को हासिल कर पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद कठिन कार्य है. सचिन के अलावा कोई भी क्रिकेटर्स कभी भी यह रिकार्ड नहीं बना पाया है.
इंडियन क्रिकेट में जब भी सबसे सफलतम कप्तानों की बात की जाएगी तो उस लिस्ट में सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ही होंगे. धोनी ने अपनी कप्तानी के दम पर भारतीय क्रिकेट की परिभाषा बदल दी. वो इसलिए क्योंकि माही दुनिया के इकलौते कप्तान हैं, जिनके नाम आईसीसी की तीन बड़े टूर्नामेंट जीतने का रिकार्ड है. धोनी ने साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और साल 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचा था. इसके अलावा उन्होंने टीम इंडिया को टेस्ट में नबंर-1 बनाकर आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का गदा भी हासिल किया था.
राहुल द्रविड़ में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी, रक्षात्मक शॉट्स और कौशल खेल के लिए मशहूर हैं. द्रविड़ जब क्रिकेट के प्रारंभिक स्वरूप में क्रीज पर टिक जाते थे तो विपक्षी टीम के गेंदबाजों को उन्हें आउट करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ता था. यही वजह थी जो राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का 'वॉल' कहा जाता था. राहुल द्रविड़ के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक गेंदें खेलने का अनोखा रिकॉर्ड है. द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में कुल 31,258 गेंदें खेली थी. ओवर के तहत देखें तो राहुल द्रविड़ ने लगभग 5,210 ओवर्स का सामना किया था.
'हिटमैन' रोहित शर्मा मौजूदा समय में विश्व क्रिकेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार हैं. रोहित शर्मा ने वनडे क्रिकेट में 3 तीन दोहरे शतक जड़कर अपनी एक खास पहचान बनाई है. इतना ही नहीं रोहित शर्मा ने वनडे में 264 रनों का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाया है, जिसे शायद कभी तोड़ा न जा सके.
टेस्ट क्रिकेट में अजिंक्या रहाणे भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज और उपकप्तान हैं. लेकिन रहाणे के नाम ये रिकार्ड बल्लेबाजी नहीं बल्कि फील्डिंग में दर्ज है. साल 2015 में अंजिक्य रहाणे ने गॉल टेस्ट के दौरान श्रीलंका के 8 बल्लेबाजों के कैच लपके थे, जो इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी भी नॉन विकेटकीपर फील्डर के लिए सबसे ज्यादा है. रहाणे ने श्रीलंकाई की टीम की पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 5 कैच पकड़े थे.
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले एक मात्र गेंदबाज हैं. टेस्ट क्रिकेट में जंबो के नाम 619 विकेट हैं. तो वहीं कुंबले ने अपनी करिश्माई फिरकी गेंदबाजी के दम पर टेस्ट क्रिकेट की एक पारी पूरी विरुद्धी टीम को ऑल आउट कर 10 विकेट हासिल किए थे. अनिल कुंबले ने यह कारनामा 7 फरवरी साल 1999 में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर किया था. जब कुंबले ने पाकिस्तान टीम के खिलाफ 26.3 ओवर में 74 रन देकर 10 विकेट झटके.
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