खबरें आ रही थीं कि कावेरी विवाद के कारण चेन्नई में होने वाले कुछ मैचों की मेजबानी केरल कर सकता है.
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तिरुवनंतपुरम/ नई दिल्ली : तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच चल रहे कावेरी नदी जल विवाद की छाया आईपीएल पर पड़ती नजर आ रही थी. कहा गया कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण के कुछ मैचों को केरल स्थानांतरित किया जा सकता है. कावेरी विवाद के कारण अगर केरल आईपीएल के कुछ मैचों की मेजबानी करता है तो इसमें चेन्नई और बेंगलोर के मैच शामिल होंगे. चेन्नई सुपर किग्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलोर के मैच चेन्नई और बेंगलोर में आयोजित होने हैं.
केरल क्रिकेट संघ के प्रमुख जयेश जॉर्ज ने रविवार को मीडिया से कहा कि मैचों के इन बदलावों को लेकर पहले ही बातचीत शुरू हो चुकी है. जॉर्ज ने कहा, "चेन्नई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के.एस. विश्वनाथन ने इस बारे में मुझसे बात की थी और आज बीसीसीआई और आईपीएल के वरिष्ठ अधिकारियों अमिताभ चौधरी और राजीव शुक्ला ने भी मुझसे बात की है." जॉर्ज ने कहा, "हमने आईपीएल के मैचों को तिरुवनंतपुरम और कोच्चि में आयोजित कराने की इच्छा जताई है. अगले कुछ दिन में वे हमें इस बारे में बताएंगे."अगर केरल को आईपीएल मैचों की मेजबानी सौंपी जाती है तो कोच्चि मैचों की मेजबानी के लिए सही स्थान हो सकता है. कोच्चि 2011 में कोच्चि टस्कर्स का घरेलू मैदान था.
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अब इस मामले में आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने बयान जारी कर तमाम अटकलों पर विराम लगाया है. राजीव शुक्ला ने कहा कि चेन्नई में होने वाले सभी मैच तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे. जो भी सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम होंगे वह किए जाएंगे. आईपीएल को वैसे भी राजनीतिक विवादों में नहीं फंसना चाहिए.
#IPL2018 matches in Chennai will be held as per the schedule. Adequate security measures have been taken. IPL should not be dragged into political controversies: Rajeev Shukla, IPL Chairman #CauveryWaterManagement pic.twitter.com/uQZZyDlLzC
— ANI (@ANI) April 9, 2018
इससे पहले तिरुवनंतपुरम में मैचों को कराने के पक्ष में एक बात कही जा रही थी कि तमिलनाडु से 8 घंटे से भी कम समय में तिरुवनंतपुरम पहुंचा जा सकता है. तिरुपवनंतपुरम में पिछले साल भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी-20 मैच खेला गया था. गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कावेरी नदी के जल के बंटवारे में तमिलनाडु के हिस्से का पानी घटा दिया और कर्नाटक का हिस्सा बढ़ा दिया था. इसके अलावा कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड का अभी गठन नहीं हुआ. इन बातों को लेकर तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन जारी है.