IND vs SA: लगभग खत्म होने जा रहा था इस खिलाड़ी का करियर! एक फिफ्टी ने बचा लिया
Advertisement
trendingNow11220580

IND vs SA: लगभग खत्म होने जा रहा था इस खिलाड़ी का करियर! एक फिफ्टी ने बचा लिया

IND vs SA: भारत ने तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में साउथ अफ्रीका को 48 रनों से हरा दिया. इसी के साथ ही उसने पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में वापसी कर ली है. साउथ अफ्रीका अभी भी टी20 इंटरनेशनल सीरीज में 2-1 से आगे है. 

IND vs SA: लगभग खत्म होने जा रहा था इस खिलाड़ी का करियर! एक फिफ्टी ने बचा लिया

IND vs SA: भारत ने तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में साउथ अफ्रीका को 48 रनों से हरा दिया. इसी के साथ ही उसने पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में वापसी कर ली है. साउथ अफ्रीका अभी भी टी20 इंटरनेशनल सीरीज में 2-1 से आगे है. तीसरे टी20 मैच में भारत के बल्लेबाजों ने दम दिखाया. ऋतुराज गायकवाड़ ने 35 गेंदों में 7 चौकों और 2 छक्कों के दम पर 57 रन बनाए. ऋतुराज गायकवाड़ अपनी मौजूदा फॉर्म की वजह से बिल्कुल भी टेंशन में नहीं हैं. 

लगभग खत्म होने जा रहा था इस खिलाड़ी का करियर!

ऋतुराज गायकवाड़ ने 36 आईपीएल मैचों में अभी तक 1207 रन बनाए हैं, लेकिन 25 साल का यह खिलाड़ी 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में महज 120 रन ही जुटा सका है, जिसमें एकमात्र अर्धशतक मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 में बना. यह पूछने पर कि क्या इससे वह परेशान हैं तो गायकवाड़ ने कहा, ‘नहीं परेशान नहीं हूं, यह खेल का हिस्सा होता है.’

ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा, ‘पिछला साल मेरे लिए काफी अच्छा रहा था इसलिए लोगों को काफी उम्मीदें थी, क्योंकि जब आपका आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन शानदार रहा तो ऐसा होता है.’ इस साल आईपीएल में हालांकि उनकी फॉर्म उतार चढ़ाव भरी रही, लेकिन आखिर में उन्होंने वापसी की जिससे चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 14 मैचों में तीन अर्धशतक से 368 रन बनाने में सफल रहे.

एक फिफ्टी ने बचा लिया करियर!

ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा, ‘आईपीएल में विकेट थोड़ा गेंदबाजों के मुफीद था. वहां कोई सपाट विकेट नहीं था, गेंद टर्न कर रही थी और इसमें कुछ स्विंग भी थी.’ गायकवाड़ ने कहा, ‘इसलिए आईपीएल में तीन-चार मैचों में मैं कुछ में अच्छी गेंदों पर आउट हुआ, कुछ अच्छे शॉट क्षेत्ररक्षकों के हाथ में चले गए तो यह सब टी20 क्रिकेट का हिस्सा है.’

बैटिंग क्षमता पर सवाल उठने लगे

ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा, ‘आपके लिए कुछ दिन अच्छे नहीं होते और कुछ दिन वास्तव में खराब होते हैं, लेकिन इसमें मानसिक रूप से निरंतर बने रहना और अपनी प्रक्रिया पर भरोसा बनाये रखना अहम होता है.’ पहले दो मैचों में गायकवाड़ ने 23 और 1 रन बनाए जिससे सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनकी क्षमता पर सवाल उठने लगे. हालांकि उन्होंने तब अच्छी पारी खेली जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी ताकि टीम सीरीज में बनी रहे. उन्होंने 35 गेंद में सात चौके और दो छक्के से 57 रन बनाए.

Trending news