पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा, ‘‘भारत ने हालांकि खेल में बल्लेबाजी में ही महानता हासिल की है, गेंदबाजी में इतनी नहीं है."
Trending Photos
मुंबई: पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने इस प्रचलन की तारीफ की जिसमें गेंदबाज भारत के लिये मैच का रुख बदल रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश को युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिये सुपरस्टार गेंदबाज की जरूरत है. मांजरेकर ने कहा, ‘‘भारत में, हम बल्लेबाजी के प्रति कुछ ज्यादा ही जुनूनी हैं. उदाहरण के तौर पर पाकिस्तान के साथ ऐसा नहीं है. अगर आप पाकिस्तान को देखो तो उनके पास ज्यादातर गेंदबाज ही सुपरस्टार हैं जिसमें इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनिस हैं. इसलिये उनके गेंदबाज नायक ज्यादा पूजनीय हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने हालांकि खेल में बल्लेबाजी में ही महानता हासिल की है, गेंदबाजी में इतनी नहीं है. लेकिन यह प्रशंसकों पर निर्भर करता है कि वे गेंदबाजों में से भी अपने नायक बनाना शुरू करें और मुझे लगता है कि अब ऐसा होना शुरू हो गया है.’’
संजय मांजरेकर का धोनी पर हमला, बोले-वह अब गेम चेंजर नहीं रहे
मांजरेकर ने कहा, ‘‘हमारे पास मैच का रुख बदलने वाले गेंदबाज जैसे जसप्रीत बुमरा और भुवनेश्वर कुमार हैं जो मैन ऑफ द मैच या मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीत रहे हैं. यह अच्छा प्रचलन है, जो अलग है लेकिन आखिर में वो प्रशंसक ही होते हैं जो अपने नायक बनाते हैं. लेकिन वे बल्लेबाजों को ज्यादा पसंद करते हैं.’
इससे पहले संजय मांजरेकर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के लिए लिखते हुए कहा है कि अगर कोई खिलाड़ी जो टीम से बाहर है और वह धोनी से अच्छा खेल दिखा रहा है तो इस पर बात होनी चाहिए बहस होनी चाहिए. इसमें किसी तरह का गुस्सा दिखाने की जरूरत नहीं है. यह इस खेल के लिए भी अच्छा रहेगा. 37 टेस्ट और 74 वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके संजय मांजरेकर ने अपने ये विचार सीमित ओवरों में लगातार कमजोर होते धोनी के प्रदर्शन पर आधारित हैं.
मांजरेकर ने कहा कि अगर हम उनके हालिया प्रदर्शन को ध्यान में रखें तो पाएंगे कि वह पिछले मैचों की तरह मारक नहीं रहे हैं और न ही उनमें पहले जैसी गेम चेंजर जैसी बात बची है. मांजरेकर यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा अब धोनी में पहले जैसी क्षमता नहीं रही, वह मैच जिताने के लिए दूसरों पर निर्भर रहने लगे हैं.