Shane Warne Record: क्रिकेट के इतिहास में शेन वॉर्न का नाम एक ऐसे स्पिनर के रूप में दर्ज है, जिनकी गेंदबाजी में जादुई करिश्मा था। उन्होंने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए, लेकिन उनके नाम एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड दर्ज है.
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Shane Warne Record: क्रिकेट के इतिहास में शेन वॉर्न का नाम एक ऐसे स्पिनर के रूप में दर्ज है, जिनकी गेंदबाजी में जादुई करिश्मा था। उन्होंने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए, लेकिन उनके नाम एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड दर्ज है. इस रिकॉर्ड का टूटना अब तक असंभव सा लग रहा है. वॉर्न 145 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए 708 विकेट अपने नाम किए. उन्होंने 37 बार एक इनिंग में 5 या उससे अधिक विकेट अपने नाम किए. गेंदबाजी में तो वॉर्न को महारत हासिल ही थी, लेकिन बल्लेबाजी में उनके नाम एक अनोखा रिकॉर्ड है.
बल्लेबाजी में भी किया है कमाल
शेन वॉर्न ने अपने करियर में बल्ले में भी जरूरत पड़ने पर कमाल दिखाया. उन्होंने कई बार ऑस्ट्रेलियाई टीम को मुश्किल से निकाला. यहां तक कुछ मैचों में तो बल्ले से योगदान देकर जीत भी दिलाई. उनके बारे में हमेशा कहा गया कि अगर समय पर मिडिल ऑर्डर में उन्हें मौका मिल जाता था तो वह दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर साबित होते. वॉर्न ने टेस्ट की 199 पारियों में 3154 रन बनाए. यह किसी स्पेशलिस्ट बॉलर के लिए बेहतरीन आंकड़े हैं.
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वॉर्न का यह रिकॉर्ड अब तक कायम
शेन वॉर्न टेस्ट इतिहास में बिना शतक के सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. यह अनोखा रिकॉर्ड अब तक कायम हैं. वॉर्न ने अपने 3154 टेस्ट रनों में एक भी शतक नहीं लगाया है. दुर्भाग्य से उनका हाइएस्ट स्कोर 99 रन है. उन्होंने 12 अर्धशतकीय पारी खेली. वह 34 बार शून्य पर भी आउट हुए. वॉर्न के बाद टेस्ट में बिना शतक के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज श्रीलंका के निरोशन डिकवेला हैं. उन्होंने 54 टेस्ट मैचों में 30.97 की औसत से 2757 रन बनाए हैं. न्यूजीलैंड के टिम साउदी के नाम 100 मैचों में 2098 रन हैं. ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क ने 89 मैचों में 2093 रन बनाए हैं.
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2005 में बॉलिंग से किया था कमाल
बॉलिंग की बात करें तो साल 2005 में शेन वॉर्न ने 15 टेस्ट मैचों में कुल 96 विकेट चटकाए थे. यह एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड है, जो आज तक कायम है. इस साल उन्होंने दो बार 10 विकेट हॉल और छह बार पांच विकेट हॉल लिए. उनकी गेंदबाजी इतनी प्रभावशाली थी कि दुनिया के सबसे बड़े बल्लेबाज भी उनके सामने बेबस नजर आए. इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश कई दिग्गज स्पिनरों ने की, लेकिन कोई भी सफल नहीं हो सका.
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मुरलीधरन भी नहीं तोड़ पाए रिकॉर्ड
श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने 2006 में 90 विकेट लेकर वॉर्न के करीब पहुंचने की कोशिश की, लेकिन 6 विकेटों से पीछे रह गए. अनिल कुंबले ने भी 2004 में 74 विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन वॉर्न के रिकॉर्ड तक नहीं पहुंच पाए.