VIDEO: दुनिया के गेंदबाजों की खबर लेने के लिए तैयार हो रहा है दूसरा जयसूर्या
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VIDEO: दुनिया के गेंदबाजों की खबर लेने के लिए तैयार हो रहा है दूसरा जयसूर्या

एक जमाने में दुनिया भर के गेंदबाजों के खतरा रहे सनथ जयसूर्या अपने बेटे को बल्लेबाजी के गुर सिखा रहे हैं.

सनथ जयसूर्या अभी श्रीलंका चयन समिति के मुखिया है. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: जब भी आप श्रीलंका क्रिकेट के बारे में सोचते हैं तो जेहन में एक ही नाम उभरता है-सनत जयसूर्या. बायें हाथ के इस ओपनर आक्रामक बल्लेबाज का श्रीलंका क्रिकेट बहुत अधिक प्रभाव है. माना जाता है कि श्रीलंका क्रिकेट को आक्रामक बनाने का काम जयसूर्या ने ही किया है. श्रीलंका की टीम में ओपनिंग करते हुए जयसूर्या ने पूरी दुनिया में प्रशंसा पाई और वन डे क्रिकेट में ओपनिंग बल्लेबाजी को पुनः परिभाषित किया. इतना ही नहीं, उन्होंने टेस्ट मैच में भी आक्रामक खेल की शुरूआत की. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 110 टेस्ट मैच और 445 वन डे मैच खेले हैं. उनके इस रिकार्ड को कुमार संगकारा और मेहला जयवर्धने तक नहीं तोड़ पाए.

  1. सनत ने 1996 के वर्ल्डकप में की थी धुंआधार बल्लेबाजी
  2. दुनिया भर के गेंदबाजों धुलाई की थी जयसूर्या ने
  3. पावरप्ले के खेलने का तरीका ही बदल दिया था सनत ने
  4.  

 आज बेशक जयसूर्या की उम्र हो गई है लेकिन ऐसा नहीं है कि श्रीलंका क्रिकेट ने उन्हें भुला दिया है. वे श्रीलंका चयन समिति के मुखिया हैं और राजनीति में भी सक्रिय हैँ. जयसूर्या अपने बेटे को क्रिकेट के गुर सिखाने में भी मसरूफ हैं. वे उन्हें नेट पर अभ्यास करा रहे हैं. लेकिन जिस तरह वह यह काम कर रहे हैं वह याद रखने लायक है. 

बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है सनत का
लीजेंडरी श्रीलंकन आल राउंडर जयसूर्या ने टेस्ट मैच में 6973 रन बनाए हैं. वन डे में 13430 रन बनाए है. सनत जयसूर्या एक अच्छे गेंदबाज भी थे. उन्होंने 323 विकेट भी लिए हैं. एक आल राउंडर के रूप में ख्यात हैं. जयसूर्या का बेस्ट समय 1996 रहा. वर्ल्ड कप में जयसूर्या ने बहुत शानदार प्रदर्शन किया. उनके प्रदर्शन के चलते ही श्रीलंका ने 1996का वर्ल्ड कप जीता. लेकिन जयसूर्या का प्रभाव समय के साथ कम होता चला गया. अब उनका बेटा टीम में आने के करीब है.

1996 और उस के बाद का कुछ समय श्रीलंका क्रिकेट के लिए सुनहरा समय था. हालाकि इसके बाद का भी समय भी काफी अच्छा ही था लेकिन सन 2000 के बाद से यह टीम शीर्ष पर नहीं रह सकी. इसके बाद बेशक श्रीलंका को कई बेहतरीन खिलाड़ी मिले जिनमें महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा, तिलकरत्ने दिलशान, लसिथ मलिंगा जैसे खिलाड़ियों ने टीम को स्तर बनाए रखा लेकिन इनके बाद आज श्रीलंका टीम एक बार फिर अपने पुनरनिर्माण के दौर से गुजर रही है. लेकिन इसके बावजूद श्रीलंका टीम का भविष्य काफी उज्जवल है. हाल ही में श्रीलंका ने टेस्ट रैंकिंग की नंबर दो टीम दक्षिण अफ्रीका को अपने ही घर में टेस्ट सीरीज से 2-0 से क्लीन स्वीप किया था. इससे पहले वेस्ट इंडीज में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में श्रीलंका ने 1-1 से बराबरी की थी. 

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