विराट कोहली (Virat Kohli) कई भारतीय खिलाड़ियों के लिए विलेन साबित हुए हैं, अगर इन खिलाड़ियों को 'किंग कोहली' का सपोर्ट मिलता तो शायद वो करियर में और भी ज्यादा ऊंचाइयों को छूते.
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नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) को साल 2014 में टेस्ट कप्तान (Test Captain) बनाया गया था कुछ सालों बाद बाद उन्हें लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट की कैप्टनसी भी सौंप दी गई थी. फिर उन्होंने अपनी लीडरशिप में कई बेहतरीन हीरे तराशे, लेकिन कई टैलेंटेड प्लेयर को इग्नोर कर दिया गया.
विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में कई जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ऋषभ पंत (Rishabh Pant), केएल राहुल (KL Rahul) और हार्दिक पांड्या जैसे स्टार प्लेयर्स का करियर ऊंचाइयों पर पहुंचा. इसके उलट कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्हें 'किंग कोहली' का उतना सपोर्ट नहीं मिला, जिसकी वजह से कुछ का करियर खत्म हो गया तो किसी ने काफी देर से डेब्यू किया, हालांकि कुछ ने अपना संयम नहीं खोया और मेहनत से आगे बढ़ते रहे. आइए नजर डालते हैं ऐसे 5 प्लेयर्स पर.
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भारतीय टेस्ट स्पेशलिस्ट हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) को विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में कम मौके मिले. दिसंबर 2021 में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ रेड बॉल सीरीज से बाहर रखा गया उनकी जगह श्रेयस अय्यर को चुना गया. हालांकि उन्होंने जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच खेला लेकिन कोहली की गैरमौजूदगी में. हैरानी की बात ये है कि पिछले साल सिडनी में खेली गई संयम भरी पारी के बाद अब तक विहारी सिर्फ एक टेस्ट ही खेल पाए हैं.
विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को लगातार इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए नजरअंदाज किया जा रहा था, हालांकि सूर्य ने आईपीएल (IPL) में शानदार प्रदर्शन जारी रखा जिसकी बदौलत उन्हें 30 की उम्र में पिछले साल वनडे और टी-20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया. उम्मीद है कि आने वाले वक्त में वो करियर में बेशुमार ऊंचाइयों को छुएंगे.
3. अंबाती रायडू
अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जिनके टैलेंट का भरपूर सम्मान नहीं हुआ. वर्ल्ड कप 2019 (World Cup 2019) से पहले उन्हें बैटिंग ऑर्डर में चौथे नंबर का दावेदार बताया जा रहा था, लेकिन उनकी जगह ऑलराउंडर विजय शंकर को चुना गया. इस आईसीसी टूर्नामेंट के दौरान शिखर धवन और विजय शंकर चोटिल हो गए थे फिर भी रायडू को मौका नहीं दिया गया. बाद में उन्होंने निराश होकर इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. अगर विराट कोहली उन्हें सपोर्ट करते को रायडू का करियर इतनी जल्दी खत्म नहीं होता.
4 . करुण नायर
वीरेंद्र सहवाग के बाद करुण नायर (Karun Nair) दूसरे ऐसे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ट्रिपल सेंचुरी लगाई है. करुण ने ये करिश्मा साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने तीसरे टेस्ट में किया था. इसके बाद वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 पारियों में नजर आए फिर इंटरनेशनल लेवल पर दोबारा नहीं दिखे. ऐसे टैलेंटेड प्लेयर को फिर से चांस न देना विराट कोहली के बेरहम फैसलों में शुमार किया जाता है.
विराट कोहली (Virat Kohli) के ऑल फॉर्मेट कैप्टन बनने के बाद साल 2017 से रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को लिमिटेड ओवर क्रिकेट से साइडलाइन कर दिया गया. उन्हें अक्सर अनचाहा आराम दिया जाने लगा ताकि वो टेस्ट के लिए फिट हो सकें. उनकी जगह कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को मौका मिला जो टीम में जम गए. अश्विन को वर्ल्ड कप 2019 (World Cup 2019) के लिए भी नहीं चुना गया. लेकिन पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप में उनकी अचानक वापसी हुई क्योंकि वाशिंगटन सुंदर चोटिल हो गए थे. अब अश्विन वनडे टीम में भी लौट चुके हैं उम्मीद है कि वो वर्ल्ड कप 2023 में भी नजर आएंगे.