विराट कोहली के कई कंपनियों में अहम पदों पर काबिज होने को बताया गया है हितों के टकराव का मामला.
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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) एक मुसीबत में फंस गए हैं. उनके खिलाफ हितों के टकराव को लेकर शिकायत की गई है, जिसकी जांच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एथिक्स अधिकारी/लोकपाल डीके जैन (DK Jain) ने शुरू कर दी है. जैन ने कोहली से उनके खिलाफ लगे आरोपों पर जवाब भी मांगा है. हालांकि बीसीसीआई के अधिकारियों ने इस शिकायत को जानबूझकर कोहली को परेशान करने की साजिश बताया है.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (MPCA) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता (Sanjeev Gupta) ने ईमेल से जैन को एक शिकायत भेजी है. 4 जुलाई को बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को भी भेजी गई इस शिकायत में संजीव ने आरोप लगाया है कि विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान होने के अलावा दो कंपनियों विराट कोहली स्पोर्टस (एलएलपी) और कॉर्नरस्टोन वेंचर पार्टनर (एलएलपी) में सहनिदेशक भी हैं.
इसके साथ ही वे एक टेलेंट एजेंसी कॉर्नरस्टोन स्पोर्ट एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक हैं, जिसने भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों को कॉमर्शियल व ब्रांडिंग अधिकार के लिए कांट्रेक्ट में लिया हुआ है. इन खिलाड़ियों में भारतीय कप्तान के अलावा केएल राहुल (KL Rahul), ऋषभ पंत (Rishabh Pant), रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja), उमेश यादव (Umesh Yaadav) और कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) आदि शामिल हैं.
नियम 38(4) का है ये उल्लंघन
संजीव गुप्ता का आरोप है कि विराट कोहली का एक समय में कई पद संभालना और ऐसे पदों पर रहना, जो आपस में हित साधते हैं, ये भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुमोदित बीसीसीआई संविधान के नियम 38 (4) का उल्लंघन है. यह नियम एक व्यक्ति को कई पदों पर रहने से रोकता है. कोहली को इसका अनुपालन करते हुए अपने एक पद को त्यागना होगा.
जैन ने कहा, जांच में मामला बना तो कोहली से मांगेंगे जवाब
डीके जैन ने इस शिकायत के बारे में पूछने पर ऐसी ईमेल मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, मुझे एक शिकायत मिली है. मैं इसकी जांच करूंगा और फिर देखूंगा कि कोई मामला बनता है या नहीं. अगर मामला बनता है तो मुझे जवाब देने के लिए उन्हें (कोहली को) एक मौका देना होगा. बता दें कि एक महीना पहले अपना दूसरा कार्यकाल चालू करने वाले जैन के पिछले कार्यकाल में भी संजीव गुप्ता ने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman)के खिलाफ भी हितों के टकराव की शिकायत की थी. हालांकि बाद में वे आरोप लोकपाल ने गलत करार दिए थे.
बीसीसीआई है शिकायत से नाखुश
विराट कोहली के खिलाफ गुप्ता की शिकायत से बीसीसीआई नाखुश है. एक बीसीसीआई अधिकारी ने इसे जानबूझकर भारतीय कप्तान को परेशान करने वाली कार्रवाई बताया है. उन्होंने कहा, पिछले कुछ सालों से कोहली और उनकी कंपनी को लेकर लगातार शिकायत की जा रही है. इसको देखकर ऐसा लगा रहा है कि कुछ लोग दबाव बनाकर ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं. 6 साल से आ रही शिकायतों से पता चलेगा कि कोई भारतीय कप्तान को नुकसान पहुंचाना चाहता है. ये लोग कोहली की तरक्की से खुश नहीं हैं. इन शिकायतों पर ध्यान देने का मतलब है कि साजिशकर्ताओं की मदद करना और बढ़ावा देना होगा.