कैसे गांगुली को हटाकर बनी थी सचिन-सहवाग की जोड़ी, वीरू ने खोला राज
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कैसे गांगुली को हटाकर बनी थी सचिन-सहवाग की जोड़ी, वीरू ने खोला राज

वीरेंद्र सहवाग के टीम इंडिया में आने के बाद गणित बदल जाता है और सौरव गांगुली ने सहवाग के साथ ओपनिंग जोड़ी बना ली. 

वीरेंद्र सहवाग ने खोला राज (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी क्रिकेट की उन टॉप ओपनिंग जोड़ियों में शामिल हैं जो किसी भी मैच का रुख बदलने या कितने भी बड़े टारगेट को पूरा करने का माद्दा रखती थीं. सचिन और सहवाग की ओपनिंग जोड़ी ने क्रिकेट की दुनिया में काफी यादगार पारियां खेली हैं. इन दोनों के मैदान पर एक साथ कदम रखते है फैन्स में एक अजब-सा जोश भर जाता था. टारगेट कितना भी बड़ा क्यों ना हो, इन दोनों के मैदान पर आते ही फैन्स को यकीन हो जाता था कि भारत की जीत निश्चित है. सचिन और सहवाग अपने फैन्स के इस विश्वास पर काफी हद तक खरे भी उतरे हैं. अब सचिन-सहवाग की यह जोड़ी एक बार फिर से साथ नजर आ रही है, लेकिन इस बार मैदान पर नहीं बल्कि एक टॉक शो में. 

  1. सचिन-गांगुली की जोड़ी ने 136 वनडे मैचों में पारी की शुरुआत की
  2. सचिन और सहवाग की जोड़ी ने 93 मैचों में ओपनिंग की है
  3. सचिन और सहवाग ने 2003 में ओपनिंग जोड़ी बनाई 

सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग विक्रम साठे के शो ‘व्हॉट का डक’ में एक साथ नजर आए हैं. इस शो के दौरान सचिन और सहवाग ने क्रिकेट की यादों से पर्दा उठाया. वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी दुनिया की बेस्ट ओपनिंग जोड़ियों में शुमार थी, लेकिन इन दोनों की यह जोड़ी सौरव गांगुली को हटाकर बनी थी. सहवाग ने मजाकिया अंदाज में इस राज का खुलासा किया. 

बता दें कि सौरव गांगुली 1997 में बतौर सलामी बल्लेबाज बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे. सौरव और सचिन की इस ओपनिंग जोड़ी ने कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए. ओपनिंग जोड़ियों में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी टॉप पर रही. इन दोनों ने 136 वनडे मैचों में पारी की शुरुआत की. इन्होंने 49.32 की औसत से 6,609 रन बनाए. इनमें 21 पारियों में 100 और 23 पारियों में पचास या उससे अधिक रनों की भागीदारी की, लेकिन इसके बाद वीरेंद्र सहवाग की टीम इंडिया में एंट्री होती है. 

वीरेंद्र सहवाग के टीम इंडिया में आने के बाद गणित बदल जाता है और सौरव गांगुली ने सहवाग के साथ ओपनिंग जोड़ी बना ली. अब सचिन तेंदुलकर नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने लगते हैं, लेकिन 2003 के वर्ल्ड कप के दौरान इस समीकरण को बदला गया. वर्ल्ड कप के दौरान शुरुआती मैच में मिली हार के बाद कोच जॉन राइट ने ओपनिंग जोड़ी को बदलने का फैसला लिया. 

कोच जॉन राइट सचिन तेंदुलकर को लेकर भी परेशान थे कि उन्हें कहां खिलाना चाहिए. सचिन ने कहा जो फैसला टीम लेगी वैसा ही वह करेंगे, लेकिन राइट सचिन तेंदुलकर से ओपनिंग करवाना चाहते थे. ऐसे में सभी खिलाड़ियों को सलामी जोड़ी चुनने के लिए कहा गया. 

15 खिलाड़ियों में से 14 ने सचिन और सहवाग की जोड़ी को चुना. सहवाग ने बताया कि सिर्फ एक वोट गांगुली के पक्ष में गया. शायद वो खुद दादा ने ही दिया होगा. बता दें कि सचिन तेंदुलकर और सहवाग की जोड़ी विश्वकप 2003 में साथ आई थी जहां से उन्होंने शानदार खेल दिखाया.

सचिन-सहवाग की जोड़ी ने कुल 93 मैचों में भारत के लिए ओपनिंग की थी. इस दौरान 42.13 की औसत से कुल 3919 रन बनाए थे. इस जोड़ी ने कुल 12 बार शतकीय पारी साझेदारी निभाई जबकि 18 बार दोनों 50 रन से ज्यादा की पार्टनरशिप की.

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सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में भारत की तरफ से 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेले थे. इस दौरान इन्होंने टेस्ट में 53.78 की औसत में 15,921 बनाए थे जिसमें 51 शतक शामिल थे और वनडे में 44.83 की औसत से 18,426 बनाए थे. इन्होंने अंतिम बार भारत के लिए साल 2013 में टेस्ट मैच खेला था.

वीरेंद्र सहवाग ने भारत के लिए पहला वनडे मैच 1999 में और पहला टेस्ट मैच 2001 में खेला था. सहवाग ने 228 वनडे मैच में 13 शतक और 36 अर्धशतकों की मदद से 7380 रन बनाए हैं. सहवाग टेस्ट मैचों में अधिक सफल रहे हैं, जिसमें उन्होंने 72 टेस्ट मैचों में 52.50 के औसत से 17 शतक और 19 अर्धशतकों समेत 6248 रन बनाए. 

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