Cricket News Hindi: भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने संन्यास ले रहे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के लिए रविवार को एक विदाई संदेश लिखा और उन्हें लाल गेंद के ‘सबसे खतरनाक’ गेंदबाजों में से एक बताया, जिनका अंतरराष्ट्रीय करियर कई लोगों के लिए प्रेरणा रहा है. इस 37 वर्षीय तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें एशेज टेस्ट के दौरान अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी.
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Yuvraj Singh Reaction: भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने संन्यास ले रहे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के लिए रविवार को एक विदाई संदेश लिखा और उन्हें लाल गेंद के ‘सबसे खतरनाक’ गेंदबाजों में से एक बताया, जिनका अंतरराष्ट्रीय करियर कई लोगों के लिए प्रेरणा रहा है. इस 37 वर्षीय तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें एशेज टेस्ट के दौरान अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी.
स्टुअर्ट ब्रॉड के संन्यास पर युवराज सिंह ने कह दी ऐसी बात
युवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा, ‘एक अविश्वसनीय टेस्ट करियर के लिए बधाई, लाल गेंद के सबसे बेहतरीन और सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक. वास्तविक लीजेंड. आपकी यात्रा और दृढ़ संकल्प बेहद प्रेरणादायक रहे हैं. अगले चरण के लिए शुभकामनाएं ब्रॉडी!’ युवराज सिंह 2007 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान डरबन में ब्रॉड का सामना करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले पहले भारतीय बने थे. ब्रॉड 602 विकेट के साथ टेस्ट इतिहास के पांचवें सबसे सफल गेंदबाज हैं.
(@YUVSTRONG12) July 30, 2023
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बता दें कि 37 वर्षीय स्टुअर्ट ब्रॉड ने 602 टेस्ट विकेट के साथ अपना करियर समाप्त किया और 600 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले सिर्फ दो तेज गेंदबाजों में से एक बन गए, उनके साथ लंबे समय तक गेंदबाजी साथी रहे जेम्स एंडरसन भी यह कारनामा कर चुके हैं. ओवल टेस्ट मैच के चौथे दिन स्टुअर्ट ब्रॉड मिशेल स्टार्क की पहली पांच गेंदों पर रन नहीं बना सके, लेकिन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को मिडविकेट के ऊपर से छक्का मारने में सफल रहे. यह टेस्ट क्रिकेट में ब्रॉड की आखिरी गेंद साबित हुई, क्योंकि एंडरसन, जो रविवार को 41 साल के हो गए, अगले ओवर में ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी की गेंद पर LBW आउट हो गए. एंडरसन के आउट होने का मतलब था कि इंग्लैंड 81.5 ओवर में 395 रन पर आउट हो गया, जिससे ऑस्ट्रेलिया को 384 रन का लक्ष्य मिला, ब्रॉड का लक्ष्य अपने अंतिम टेस्ट मैच में अधिक विकेट लेना और मेजबान टीम को मौजूदा एशेज सीरीज 2-2 से बराबर करने में मदद करना है.