स्वीडन ने इंग्लैंड को हराकर महिला फुटबॉल विश्व कप (FIFA Women's World Cup) में तीसरा स्थान हासिल किया.
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लियोन (फ्रांस): अमेरिकी महिलाओं ने फुटबॉल जगत में सालों से जारी दबदबा कायम रखा है. अमेरिकी टीम ने रविवार (7 जुलाई) को शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला फुटबॉल विश्व कप (FIFA Women's World Cup) जीत लिया. उसने लगातार दूसरी बार और कुल मिलाकर चौथी बार इस खिताब पर कब्जा किया है. इससे पहले, उसने 1991, 1999 और 2015 में विश्व कप जीता था. स्वीडन (Sweden) ने इंग्लैंड को हराकर महिला फुटबॉल विश्व कप में तीसरा स्थान हासिल किया.
अमेरिका (United States) ने फाइनल में यूरोपियन चैंपियन नीदरलैंड (Netherlands) को 2-0 से हराया. फाइनल मुकाबले में अमेरिका के लिए दिग्गज मेगन रेपिनो और रोज लावेले ने गोल दागे. रेपिनो ने पेनल्टी से गोल किया. लावेले ने फील्ड गोल दागा. रेपिनो को गोल्ड बूट दिया गया, उन्होंने टूर्नामेंट में कुल छह गोल दागे. एलेक्स मॉर्गन ने भी प्रतियोगिता में इतने ही गोल किए लेकिन अधिक समय लेने के कारण उन्हें गोल्डन बूट नहीं मिला.
मैच के पहले हाफ में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. नीदरलैंड्स ने एक योजना के तहत गेंद को नियंत्रण में रखा और अमेरिका को अधिक मौके नहीं दिए. अमेरिका ने कई बार गेंद छीन कर अटैक भी किए, लेकिन उसे 18 गज के बॉक्स के अंदर सफलता नहीं मिली.
दूसरा हाफ पूरी तरह से अमेरिका के नाम रहा. नीदरलैंड्स शुरुआत से ही दबाव में नजर आई जिसका लाभ अमेरिका को 61वें मिनट में मिला. 61वें मिनट में स्टार खिलाड़ी मॉर्गन के खिलाफ डच खिलाड़ी ने फाउल किया और अमेरिका को पेनल्टी मिली. रेपिनो ने बिना कोई गलती किए हुए गेंद को गोल में डालकर अपनी टीम को बढ़त दिला दी. इसके आठ मिनट बाद, अमेरिका ने एक और अटैक किया. इस बार लावेले को बॉक्स के पास जगह मिली और उन्होंने गोल करते हुए अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी.
स्वीडन ने इंग्लैंड को 2-1 से हराकर महिला फुटबॉल विश्व कप में तीसरा स्थान हासिल किया. उसने तीसरी बार तीसरा स्थान हासिल किया है. इंग्लैंड की टीम पिछले विश्व कप में तीसरे स्थान पर रही थी. इस बार वह चौथे नंबर पर पहुंच गई.
(इनपुट: आईएएनएस)