एच.एस.प्रणय ने कहा, 'रैंकिंग में शीर्ष पर होने से मिलता है आसान ड्रा'
Advertisement

एच.एस.प्रणय ने कहा, 'रैंकिंग में शीर्ष पर होने से मिलता है आसान ड्रा'

प्रणय ने कहा आपका ध्यान ऑल इंग्लैंड, विश्व चैम्पियनशिप, ओलंपिक और सुपर सीरीज फाइनल जैसे टूर्नामेंट जीतने पर होना चाहिए. 

 प्रणय ने कहा रैंकिंग काफी जरूरी है लेकिन सब कुछ नहीं है (फाइल फोटो)

मुंबई: विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज बैडमिंटन खिलाड़ी एच.एस. प्रणय का मानना है कि रैंकिंग में शीर्ष खिलाड़ियों की श्रेणी में आने से उन्हें काफी फायदा होगा क्योंकि इससे टूर्नामेंट के शुरूआती दौर में बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ नहीं भिड़ना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि एक स्तर पर पहुंचने के बाद खिलाड़ियों का ध्यान बड़े टूर्नामेंट जीतने पर होता है. प्रणय ने आज कहा, ‘एक मुकाम पाने के बाद आप रैंकिंग की जगह टूर्नामेंट जीतने के बारे में सोचते हैं. लेकिन यह काफी कुछ रैंकिंग पर निर्भर करता है.

  1. प्रणय ने कहा 10वें स्थान पर होने का है फायदा
  2. बड़े खिलाड़ीयो के साथ भिड़ना नहीं पड़ेगा 
  3. एक स्तर पर पहुंच कर होता है बड़े टूर्नामेंट पर ध्यान 

अगर आपको बड़े टूर्नामेंटों में अच्छा ड्रा चाहिये तो आपको रैंकिंग में शीर्ष 10 में रहना होगा. जब ऐसा नहीं होता है तो आप पहले या दूसरे दौर में बड़े खिलाड़ी के खिलाफ खेलते हैं जिसमें आपका हौसला पस्त हो सकता है.’ इस साल पहली पर शीर्ष 10 रैंकिंग में पहुंचने वाले प्रणय प्रीमियर बैंडमिंटन लीग में पदार्पण कर रही अहमदाबाद स्मैश मास्टर्स टीम से जुड़ने के बाद यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे. यह लीग 23 दिसंबर से शुरू होगी.

यह भी पढ़ें: मैदान से बाहर भी धोनी की धूम अब स्काइ डाइविंग की तैयारी

उन्होंने कहा, ‘अगर आप शीर्ष आठ में हैं तो आप काफी भाग्यशाली है और आप अपनी जरूरत के हिसाब से किसी टूर्नामेंट को छोड़ सकते है और आपको ऐसा करना भी चाहिए अपको बड़ा लक्ष्य बनाकर बड़े टूर्नामेंट पर ध्यान और उसके मुताबिक अभ्यास करना चाहिए.’ रैंकिंग में देश के दूसरे बड़े पुरूष खिलाड़ी ने कहा, ‘मैंने हमेशा कहा कि रैंकिंग काफी जरूरी है लेकिन सब कुछ नहीं है.

यह भी पढ़ें:VIDEO : विजय का 11वां शतक, कोहली के साथ अनोखे अंदाज में डांस कर मनाया जश्न

आपका ध्यान ऑल इंग्लैंड, विश्व चैम्पियनशिप, ओलंपिक और सुपर सीरीज फाइनल जैसे टूर्नामेंट जीतने पर होना चाहिए. आपको इन टूर्नामेंटों के दौरान सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करनी चाहिए.’ उन्होंने आने वाले सत्र के बारे में कहा कि शुरूआती मैचों में जीत से आत्मविश्वास बढ़ेगा. प्रणय ने कहा,‘शुरूआत काफी अहम है. एक-दो जीत से आत्मविश्वास काफी बढ़ता है. किदांबी श्रीकांत के लिए भी ऐसा ही है.
यह भी पढ़ें: वेलिंग्टन टेस्ट : ग्रैंडहोम का न्यूजीलैंड के लिए दूसरा सबसे तेज शतक 

इंडोनेशिया और अमेरिका ओपन में प्रदर्शन से मुझे काफी आत्मबल मिला और यह चीन ओपन तक जारी रहा.’ प्रणय ने भारतीय खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय इंडोनेशियाई कोच मुल्यो हानदोयो को भी दिया जो प्रशिक्षण के दौरान खिलाड़ियों से अधिक मेहनत करवाते हैं. उन्होंने कहा, ‘उनकी वजह से काफी बदलाव आये हैं। वह सकारात्मक सोच रखते हैं और कई बड़े खिलाड़ियों के साथ काम कर चुके हैं। उन्हें पता है काम कैसे करना चाहिये। वह तीन-चार घंटे के अभ्यास सत्र के दौरान आपके साथ रहते हैं और जब आप थक जाते है वह तब भी हौसला अफजाई करते हैं।’’

 

Trending news