बेंगलुरु के दिल्ली के खिलाफ जीत के बाद हौसले बुलंद हैं, वहीं पंजाब पिछली दो हार के बाद उबरने को बेकरार है. ऐसे में दोनों टीमों के खिलाफ मैच दिलचस्प होने की पूरी उम्मीद है.
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इंदौर : साल 2018 के इंडियन प्रीमियर लीग में बेंगलुरु की नजरें सोमवार को पंजाब के खिलाफ ‘करो या मरो’ के मैच में जीत हासिल करके अगले दौर में पहुंचने की कुछ संभावना बरकरार रखने पर लगी होंगी. बेंगलुरु को दिल्लीके खिलाफ पांच विकेट की जीत से कुछ राहत मिली जबकि शुरूआती चरण में शानदार प्रदर्शन करने वाली पंजाब लगातार हार के बाद जूझती नजर आ रही है.
राजस्थान और कोलकाता से मिली हार के बावजूद पंजाब 12 अंक लेकर तीसरे स्थान पर है जबकि कप्तान विराट कोहली की बेंगलुरु अब भी तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर जूझ रही है. आईपीएल में हालांकि टूर्नामेंट के अंत में अजीबोगरीब उलटफेर हुए हैं और विराट कोहली की अगुवाई में बेंगलुरु की टीम पंजाब पर दबाव बनाना चाहेगी.
कोहली और एबी डिविलियर्स के शानदार अर्धशतकों से बेंगलुरु ने दिल्ली के खिलाफ आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया था. वहीं कोलकाता के सुनील नरेन और दिनेश कार्तिक ने पंजाब के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 245 रन का विशाल स्केार खड़ा किया.
दोनों टीमें अपनी बल्लेबाजी पर काफी निर्भर हैं जिसमें बेंगलुरु की जिम्मेदारी कोहली और डिविलियर्स के कंधों पर है तो वहीं प्रीति जिंटा की टीम लोकेश राहुल (537 रन ) और क्रिस गेल (332 रन) पर निर्भर है. कप्तान कोहली 11 मैचों में 466 रन से टीम के टॉप स्कोरर हैं तो वहीं डिविलियर्स उनसे 108 रन पीछे (358 रन ) हैं , हालांकि उन्होंने दो मैच कम खेले हैं. मंदीप सिंह (11 मैचों में 245 रन) सूची में तीसरे स्थान पर हैं.
पंजाब के लिये राहुल का प्रदर्शन लाजवाब रहा है , जिन्होंने 162 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से पांच अर्धशतक लगाये हैं और उनका औसत 60 के करीब है. राहुल उम्मीद करेंगे कि गेल दूसरे छोर पर उनका पूरा साथ निभायें जिनका बल्ला शुरू में धमाल करने के बाद थोड़ा शांत हैं. गेल के तेजी से बनाये गये 50 रन पूरे खेल का रूख बदल सकते हैं.
हालांकि दोनों टीमों को कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी ने निराश किया है. पंजाब के लिये सबसे बेहतरीन गेंदबाज एंड्रयू टाई रहे हैं जिन्होंने 20 विकेट ( आठ के इकोनोमी रेट से ) झटके हैं जबकि युवा रहस्यमयी स्पिनर मुजीबुर रहमान ने 14 विकेट प्राप्त किये हैं जिसमें उनका इकोनोमी रेट 6.99 प्रति ओवर रहा है. उनके लिये समस्या कप्तान आर अश्विन का विकेट हासिल नहीं कर पाना है , जिन्होंने 11 मैचों में 8.13 रन प्रति ओवर से केवल छह विकेट झटके हैं.
वहीं फ्रेंचाइजी ने जिस एकमात्र खिलाड़ी अक्षर पटेल को रिटेन किया था, उसका प्रदर्शन काफी खराब रहा है. उसे पांच मैचों में मौका मिला जिसमें से उसने केवल तीन विकेट प्राप्त किए. टाई के सहायक तेज गेंदबाज बरिंदर सरन ( चार विकेट ) और मोहित शर्मा ( छह विकेट ) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है.
बेंगलुरु की भी कम नहीं है समस्याएं
बेंगलुरु के लिये कोहली का लगभग प्रत्येक मैच में गेंदबाजी संयोजन में बदलाव करने का असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा है. केवल युजवेंद्र चहल और उमेश यादव ने ही सभी मैच खेले हैं. चहल ने 11 मैचों में 10 जबकि यादव ने इतने मैचों में 14 विकेट प्राप्त किये हैं. मोहम्मद सिराज ने आठ मैच खेलकर आठ विकेट हासिल किए.
चहल को छोड़कर स्पिनर फ्लाप रहे हैं. वाशिंगटन सुंदर और पवन नेगी के प्रदर्शन से कोहली एंड कंपनी की उम्मीदों पर बुरा असर पड़ा. क्रिस वोक्स को पांच मैचों में 10.36 के इकोनोमी रेट से आठ विकेट मिले जिससे कप्तान को टिम साउदी (पांच मैच में पांच विकेट) को इस्तेमाल करना पड़ा.
(इनपुट भाषा)