मेसी ने कहा, यह विश्व कप मेरी पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए आखिरी मौका है
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मेसी ने कहा, यह विश्व कप मेरी पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए आखिरी मौका है

मेसी का मानना है कि रूस में होने वाला विश्व कप उनकी पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए आखिरी मौका होगा. चार साल पहले जर्मनी के खिलाफ अर्जेटीना को हार का सामना करना पड़ा था.

मेसी ने इशारा किया है कि संभवतः यह उनका आखिरी वर्ल्डकप हो सकता है. (फाइल फोटो)

बार्सिलोना : अर्जेटीना के स्टार फारवर्ड लियोनेल मेसी का मानना है कि रूस में होने वाला विश्व कप उनकी पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए आखिरी मौका होगा. चार साल पहले जर्मनी के खिलाफ अर्जेटीना को हार का सामना करना पड़ा था. रूस में फीफा विश्व की शुरुआत से पहले मेसी, सर्गियो अगुएरो, गोंजालो हिगुएन, एंजेल डी मारिया, निकोलस ओटामेंडी और जेवियर मास्चेरानो 30 साल के या उससे अधिक वर्ष के हो चुके होंगे. 

  1. हाल ही में चैम्पियन्स लीग में 100वां गोल दागा है मेसी ने
  2. चेस्ली के खिलाफ बार्सिलोना के मैच में किया था कारनामा
  3. इस रूस में होने वाला वर्ल्डकप उनके लिए आखिरी मौका है

पांच बार बालोन डी ओर का खिताब जीत चुके मेसी जून में 31 साल के हो जाएंगे. उन्होंने अर्जेटीना के टेलीविजन कार्यक्रम 'ला कोर्निसा' में कहा कि परिणाम तो उनकी टीम को मिलेगा ही, फिर चाहे वे कैसे भी खेलें. मेसी ने कहा, "हम परिणामों पर निर्भर हैं. दुर्भाग्य से. हमें लगता है कि अगर हम चैम्पियंस नहीं हुए, तो हमारे पास और अवसर नहीं होंगे."

फीफा विश्व कप के लिए अर्जेटीना की टीम को आइसलैंड, क्रोएशिया और नाईजीरिया के साथ एक ही ग्रुप में शामिल किया गया है. गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में ही लियोनेल मेसी कह चुके हैं कि उनके लिए रूस में होने वाला विश्व कप टूर्नामेंट अर्जेटीना के लिए सबसे बड़ा खिताबी टूर्नामेंट जीतने का आखिरी मौका है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मेसी को अब भी अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ इस टूर्नामेंट में खिताबी जीत हासिल करने का इंतजार है.

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इससे पहले, 2014 विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना को हार का सामाना करना पड़ा था, वहीं मेसी अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ 2015 और 2016 कोपा अमेरिका खिताब भी नहीं जीत पाए. 

'टीवाईसी स्पोर्ट्स' को दिए बयान में मेसी ने कहा, "लोग राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के वर्तमान समूह को नहीं देखना चाहते हैं, क्योंकि इस टीम ने लंबे समय से कोई बड़ा खिताब नहीं जीता है. ऐसे में दर्शक भी एक ही चेहरे देखते हुए थक गए हैं."

बड़ा खिताब जीतने का यह आखिरी मौका
मेसी ने कहा, "मुझे लगता है कि मेरे लिए इस टीम के साथ बड़ा खिताब जीतने का यह आखिरी मौका है. काफी उत्साह है. अगर हमारा प्रदर्शन खराब होता है, तो पूरी टीम ही गायब हो जाएगी, क्योंकि हर खिलाड़ी के लिए टीम में बने रहना मुश्किल हो जाएगा." अर्जेटीना ने अक्टूबर में इक्वाडोर के खिलाफ खेले गए मैच में मेसी की हैट्रिक की बदौलत 3-1 से जीत हासिल कर विश्व कप में प्रवेश हासिल किया था.

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वहीं हाल ही में चैम्पियन्स लीग में अपना 100वां गोल दागने वाले मेसी ने कहा था कि जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ रही है, उनका स्वार्थपन घट रहा है. मेसी का कहना था कि वह एक टीम के खिलाड़ी के रूप में विकसित हो रहे हैं. 'अमेरिका टीवी' को दिए बयान में मेसी ने कहा, "इससे पहले, मैं फुटबाल को अधिक से अधिक अपने पास रखकर खुद से कुछ कमाल करने की कोशिश में लगा रहता था."

मेसी ने कहा, "अब मैं एक टीम के खिलाड़ी के रूप में खेलने की कोशिश करता हूं. मैं अब अन्य खिलाड़ियों को फुटबाल पास करता हूं और कम स्वार्थी होने की कोशिश करता हूं. मैं अब भी मैदान पर उतना ही दौड़ता हूं, लेकिन अब दौड़ने का मकसद कुछ और होता है."

अर्जेटीना के 30 वर्षीय दिग्गज खिलाड़ी मेसी ने बुधवार को चेल्सी के खिलाफ खेले गए मैच में चैम्पियंस लीग में अपने करियर का 100वां गोल दागा था. इसके अलावा, वह स्पेनिश लीग में सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने कुल 24 गोल किए हैं. 

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हाल ही में मेसी ने चैंपियन्स लीग में अपने कुल गोल की संख्या 100 पर पहुंचाई है. मेसी ने बार्सिलोना और चेल्सी के बीच हुए मैच में यह कारनामा किया था जिसमें बार्सिलोना ने चेल्सी को 3-0 से करारी शिकस्त देकर उसकी क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को समाप्त किया. कैंप नोउ में बार्सिलोना के प्रशंसकों को मेसी से बड़ी उम्मीदें थी और उन्होंने उन्हें निराश नहीं किया. मेसी ने 129वें सेकेंड में ही गोल दागकर दर्शकों को जश्न मनाने का मौका दिया. इस प्रकार मेसी ने अपने करियर का सबसे तेज गोल किया. 

इसके बाद मेसी ने ओसमाने डेम्बेले की गोल करने में मदद की जिससे बार्सिलोना की बढ़त दोगुनी हो गयी. इस अर्जेंटीनी स्टार ने फिर चैंपियन्स लीग में अपने 123वें मैच में अपना 100वां गोल दागा. 

2014 की हार को भुलाकर 2018 वर्ल्कप पर निगाहें
मेसी के 2014 विश्व कप के जख्म शायद कभी नहीं भरेंगे, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि 2018 में वह विश्व कप जीतने में कामयाब होंगे जो उनका हक बनता है. महानतम फुटबॉलरों में शुमार बार्सीलोना के मेस्सी विश्व कप 2014 फाइनल में जर्मनी के हाथों एक गोल से मिली हार को भुला नहीं सके हैं.

मेसी ने पिछले साल के आखिर में एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं नहीं जानता कि वे जख्म कभी भरेंगे या नहीं. हमें इसके साथ ही जीना होगा. यह हमेशा हमारे साथ रहेंगे.  विश्व कप एक अच्छी और एक बुरी याद भी है.’ अर्जेंटीना को कोपा अमेरिका फाइनल में भी चिली ने हराया जिसके बाद यह सवाल उठने लगे कि राष्ट्रीय टीम के साथ मेस्सी अच्छा नहीं खेल पाते. उन्होंने खराब फॉर्म से जूझ रही अर्जेंटीना को विश्व कप 2018 मुख्य ड्रा में अकेले दम पर प्रवेश दिलाकर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया.

इक्वाडोर के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में मेस्सी की हैट्रिक के दम पर जीत दर्ज करके अर्जेंटीना विश्व कप में जगह बनाई थी. तब कोच जार्ज सम्पाओली ने कहा था कि मेसी फुटबॉल विश्व कप का हकदार है. मेसी ने इस बयान के बारे में पूछने पर कहा,‘‘ हां, मैंने इसके बारे में सुना और उन्होंने मुझसे भी ऐसा कहा उम्मीद है कि फुटबॉल मुझे एक विश्व कप देगा.’
(इनपुट आईएएनएस)

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