एशियाई गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट भाला फेंक खिलाड़ी किशोर जेना ने कहा है कि वह लगातार खराब प्रदर्शन के बाद 2023 में खेल को छोड़ने की कगार पर थे, लेकिन उन्होंने अपने पिता की सलाह मानी और अपने करियर में वापसी करने में सफल रहे.
Trending Photos
पेरिस ओलंपिक शुरू होने में सिर्फ 10 दिन का समय बचा है. भारत के 117 खिलाड़ी इस वैश्विक टूर्नामेंट में अपना दम दिखाएंगे. इस बीच एशियाई गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट भाला फेंक खिलाड़ी किशोर जेना ने कहा है कि वह लगातार खराब प्रदर्शन के बाद 2023 में खेल को छोड़ने की कगार पर थे. लेकिन उन्होंने अपने पिता की सलाह मानी और अपने करियर में वापसी करने में सफल रहे. जेना ने माना कि टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल ने उन्हें जेवलिन थ्रो में और अधिक हासिल करने के लिए प्रेरित किया था. लेकिन वह प्रभावी प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और पिछले साल जुलाई में वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले खेल को छोड़ने के बारे में सोचने लगे थे.
पिता ने दिया मोटिवेशन
पेरिस ओलंपिक से पहले जेना ने कहा, 'जब नीरज ओलंपिक में जीता तो हमने जश्न मनाया और उसकी जीत का आनंद लिया. लेकिन ईमानदारी से कहूं तो उस जीत से मैं हताश भी था, क्योंकि मैं भी उसी खेल का हिस्सा था. मैंने महसूस किया कि यह मेरे लिए खेल में कुछ हासिल करने का समय था.' उन्होंने आहे कहा, 'अपनी रैंकिंग में गिरावट के बाद मैंने लेबनान नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और वहां भाले को 78 मीटर की दूरी तक ही फेंक पाया. अपना सब कुछ झोंकने के बावजूद मैं काफी कुछ हासिल नहीं कर पाया. मुझे संदेह होने लगा कि क्या इतनी कड़ी मेहनत करने का कोई मतलब है. मैंने अपने पिता को फोन किया, जिन्होंने मुझे श्रीलंका में अगली प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया.'
ऐसे की वापसी
जेना ने लेबनान में (21 जुलाई को) 78.96 मीटर के प्रयास से जीत हासिल की जो किसी भी स्टैंडर्ड से मामूली प्रदर्शन था. जेना 2022 के अंत तक 80 मीटर के आंकड़े को पार नहीं कर पाए. उनका 80 मीटर से अधिक का पहला थ्रो मार्च 2023 में तिरुवनंतपुरम में इंडियन ग्रां प्री के दौरान आया, जहां उन्होंने 81.05 मीटर की दूरी तय की. इस एथलीट ने कहा, 'मैंने तय किया कि श्रीलंका में होने वाला टूर्नामेंट (30 जुलाई) मेरा आखिरी प्रयास होगा, जिसके बाद मैं इसे छोड़ दूंगा. काम और परिवार को प्राथमिकता दूंगा. भगवान की कृपा से मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और 84.38 मीटर की थ्रो फेंका, जिससे मुझे वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिला.'
पेरिस ओलंपिक में दिखाएंगे दम
जेना ने वर्ल्ड रैंकिंग कोटा के माध्यम से अगस्त 2023 में बुडापेस्ट में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था. वह 85.20 मीटर के ऑटोमेटिक क्वालीफिकेशन लेवल को हासिल नहीं कर सके थे. उन्होंने कहा, 'मैंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन किया. 84.77 मीटर का इंडिविजुअल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.' जेना वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल में 5वें स्थान पर रहे, जबकि चोपड़ा ने 88.17 मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने कहा, 'मैंने एशियन गेम्स में 87.54 मीटर का एक और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और पेरिस 2024 के लिए अपना टिकट सुरक्षित किया. अब मैं पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं. मैं काफी आश्वस्त हूं. हालांकि, मैंने कोई विशेष लक्ष्य सेट नहीं किया है, लेकिन मेरा लक्ष्य अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बेहतर बनाना है.'
फॉर्म से जूझ रहे हैं जेना
जेना वर्तमान में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद जिन छह कम्पटीशन में भाग लिया उनमें केवल एक बार ही 80 मीटर का आंकड़ा पार कर पाए. उन्होंने जून में पंचकूला में नेशनल इंटर-स्टेट चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के दौरान 80.84 मीटर का प्रयास किया, जो उनका अब तक का सीजन बेस्ट है.