VIDEO: पाकिस्तान के हॉकी लीजेंड भारत में ढूंढ रहे हैं दिल, सुषमा स्वराज से मांगी मदद
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VIDEO: पाकिस्तान के हॉकी लीजेंड भारत में ढूंढ रहे हैं दिल, सुषमा स्वराज से मांगी मदद

 पाकिस्तानी हॉकी लीजेंड मंसूर अहमद खुद यह स्वीकार करते हैं कि उन्होंने हजारों भारतीयों का दिल तोड़ा है, लेकिन आज उन्हें अपनी जिंदगी बचाने के लिए एक भारतीय दिल की जरुरत है.

पाकिस्तानी हॉकी लीजेंड हार्ट ट्रांसप्लांट की जरुरत (Photo Courtesy: Twitter/@SAfridiOfficial)

नई दिल्ली: पाकिस्तानी वर्ल्ड कप विजेता हॉकी टीम के गोलकीपर मंसूर अहमद अपना दिल ट्रांसप्लांट कराने में भारत की मदद चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने वीजा के लिए भारत से संपर्क भी किया. बता दें कि 49 वर्षीय गोलकीपर लंबे समय से बीमार हैं. पाकिस्तानी हॉकी लीजेंड मंसूर अहमद खुद यह स्वीकार करते हैं कि उन्होंने हजारों भारतीयों का दिल तोड़ा है, लेकिन आज उन्हें अपनी जिंदगी बचाने के लिए एक भारतीय दिल की जरुरत है. पाकिस्तानी वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे मंसूर अहमद दिल की बीमारी से पीड़ित हैं और वह अपना हार्ट ट्रांसप्लांट कराना चाहते हैं. इसके लिए उन्हें भारतीय वीजा और एक दिल की जरूरत है.

  1. मंसूर अहमद को हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए भारतीय वीजा की जरुरत 
  2. मंसूर अहमद ने स्वीकारा कि उम्होंने कई बार भारतीयों का दिल तोड़ा
  3. वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे मंसूर अहमद दिल की बीमारी से पीड़ित

कराची स्थित मंसूर पूर्व पाकिस्तानी गोलकीपर रहे हैं. वह भारतीय हॉकी टीम के स्टार रहे धनराज पिल्लई और प्रगट सिंह के साथ हॉकी खेले हैं. एक वीडयो संदेश जारी कर मंसूर ने भारतीय सरकार और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपील की है कि उन्हें मेडिकल वीजा दिया जाए. 

अहमद के करीबी पारिवारिक मित्र ने बताया कि, उनके दिल में लगा पेसमेकर और स्टेंट्स ने काम करना बंद कर दिया है. उन्हें हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत है. और यह सिर्फ भारत में ही संभव हो सकता है. 

मंसूर अहमद की हालत काफी गंभीर है. कराची में डॉक्टरों ने उन्हें हार्ट ट्रांसप्लांट की सलाह दी है. उन्हें यह भी सलाह दी गई है कि यह सर्जरी केवल भारत में ही संभव हो सकती है. 

अहमद ने अपना एक वीडियो रिलीज किया है. इसमें भारत सरकार से कहा गया है कि, ''मैंने भारत के खिलाफ कई टूर्नामेंट जीते हैं और बहुत से भारतीयों का दिल तोड़ा है. इंदिरा गांधी कप, एशिया कप, वर्ल्ड कप और एशियन गेम्स. कुछ उदाहरण हैं जिनमें मैं भारत के खिलाफ खेला, लेकिन आज मुझे भारतीय सरकार और खासतौर पर सुषमा स्वराज की मदद की जरुरत है. मैं उनसे अपनी वीजा एप्लिकेशन को प्रोसेस करने का अनुरोध करता हूं. मैं पूर्व भारतीय खिलाड़ी धनराज से मिलना चाहता हूं. धनराज जब पाकिस्तान लीग में खेलने आए तो वह मेरी कोचिंग में ही खेले थे.''

बता दें कि अप्रैल में शाहिद अफरीदी पर मंसूर अहमद से मिलने गए थे. उन्होंने टि्वटर पर इसका एक फोटो भी शेयर किया था.

गौरतलब है कि मंसूर अहमद ने लगभग एक दशक तक पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 338 मैच खेले. सिडनी में, 1994 में उन्होंने वर्ल्ड कप जीता और 1992में उनके हिस्से कांस्य पदक आया. अटलांटा ओलंपिक में वह पाकिस्तान के फ्लैग बीयर्रर थे. 1994 में उन्हें अंतरराष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन ने सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का खिताब दिया था. लेकिन 2008 के बाद से भारत पाकिस्तान के बीच केवल एक सीरीज खेली गई.

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