द्रविड़, तेंदुलकर समेत 12 पूर्व भारतीय क्रिकेटर चाहते हैं कि भारत खेले चैंपियंस ट्रॉफी
Advertisement

द्रविड़, तेंदुलकर समेत 12 पूर्व भारतीय क्रिकेटर चाहते हैं कि भारत खेले चैंपियंस ट्रॉफी

राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर समेत 12 पूर्व भारतीय क्रिकेटर चाहते हैं कि टीम इंडिया को इंग्लैंड में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेना चाहिए. सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, जहीर खान, गुंडप्पा विश्वनाथ, संदीप पाटिल, संदय मांजरेकर, आकाश चोपड़ा, अजित अगरकर, वेंकटेश प्रसाद, सबा करीम, मुरली कार्तिक और दीप दास गुप्ता ने एकमत से कहा कि 2013 में विजेता रही टीम इंडिया को यह टूर्नामेंट अवश्य खेलना चाहिए.

राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर

नई दिल्ली: राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर समेत 12 पूर्व भारतीय क्रिकेटर चाहते हैं कि टीम इंडिया को इंग्लैंड में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेना चाहिए. सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, जहीर खान, गुंडप्पा विश्वनाथ, संदीप पाटिल, संदय मांजरेकर, आकाश चोपड़ा, अजित अगरकर, वेंकटेश प्रसाद, सबा करीम, मुरली कार्तिक और दीप दास गुप्ता ने एकमत से कहा कि 2013 में विजेता रही टीम इंडिया को यह टूर्नामेंट अवश्य खेलना चाहिए.

भारत का आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 में प्रतिनिधित्व करने वाली टीम को 25 अप्रैल 2017 तक सौंपना था लेकिन टीम का अभी तक चयन भी नहीं किया गया है. इस पर बीसीसीआई की जानबूझकर देर करने की नीति से खिन्न होकर प्रशासकों की समिति (सीओए) ने गुरुवार को क्रिकेट बोर्ड को तुरंत चैम्पियंस ट्रॉफी टीम घोषित करने का निर्देश दिया. सीओए बीसीसीआई को पहले भी इस संबंध में सूचना भेज चुका है लेकिन आज संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी को लिखे गए सात-बिंदु के पत्र में काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया गया. और बीसीसीआई को कहा, कृपया करके चयन समिति की बैठक बुलाइए और तुरंत टीम का चयन कीजिए. टीम फिर आईसीसी में सौंपी जा सकती है.

सीओए ने कहा कि अधिकारियों को टीम को टूर्नामेंट से हटाने से पहले यह ध्यान में रखना चाहिए कि भारतीय टीम इस समय दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है. भारतीय क्रिकेट की अनिश्चितता और संशय भरी छवि के बजाय टीम इंडिया को अच्छा माहौल मुहैया कराया जाना चाहिए. भारत की आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में भागीदारी को लेकर काफी नकारात्मक चीजें हो चुकी हैं और जल्द ही बेहतरी के लिए इसका अंत किया जाना चाहिए. सीओए ने अधिकारियों और राज्य इकाई के अधिकारियों को याद दिलाया कि खिलाड़ियों का हित सर्वोपरि है.

दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड ने आईसीसी के प्रस्तावित नए वित्तीय मॉडल के संदर्भ में जानबूझकर टीम भेजने की 25 अप्रैल की अंतिम समयसीमा का पालन नहीं किया जिसके अंतर्गत बीसीसीआई का राजस्व 57 लाख डॉलर से घटाकर 29.3 लाख डॉलर कर दिया गया है. सीओए ने ईमेल को सभी अधिकारियों को भेजा है कि टीम चयन में देरी से भारतीय क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेटरों की छवि नकारात्मक हो रही है.

Trending news