रियो ओलंपिक टिकटः पेस को झटका देने में जुटे बोपन्ना, मायनेनी का सुझाया नाम
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रियो ओलंपिक टिकटः पेस को झटका देने में जुटे बोपन्ना, मायनेनी का सुझाया नाम

रोहन बोपन्ना ने लिएंडर पेस का ओलंपिक सपना तोड़ने की कोशिश करते हुए रियो ओलंपिक खेलों की पुरुष युगल स्पर्धा में अपने जोड़ीदार के रूप में शुक्रवार को साकेत मायनेनी को चुना लेकिन एआईटीए उनकी इस मांग को खारिज करने को तैयार है। बोपन्ना ने अपनी शीर्ष 10 रैंकिंग की बदौलत पुरुष युगल स्पर्धा में भारत को सीधे प्रवेश कराया, उन्होंने एक बयान जारी किया कि उन्होंने एआईटीए को अपनी इस पसंद के बारे में बता दिया है।

फाइल फोटो

नई दिल्ली : रोहन बोपन्ना ने लिएंडर पेस का ओलंपिक सपना तोड़ने की कोशिश करते हुए रियो ओलंपिक खेलों की पुरुष युगल स्पर्धा में अपने जोड़ीदार के रूप में शुक्रवार को साकेत मायनेनी को चुना लेकिन एआईटीए उनकी इस मांग को खारिज करने को तैयार है। बोपन्ना ने अपनी शीर्ष 10 रैंकिंग की बदौलत पुरुष युगल स्पर्धा में भारत को सीधे प्रवेश कराया, उन्होंने एक बयान जारी किया कि उन्होंने एआईटीए को अपनी इस पसंद के बारे में बता दिया है।

बोपन्ना ने बयान में कहा, 'मैं अपने दूसरे ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने को तैयार हूं और इसे विशेषाधिकार, सम्मान, और जिम्मेदारी समझता हूं। सीधे प्रवेश से मुझे अपने पुरुष युगल जोड़ीदार को चुनने का मौका मिला, जिसने मुझे मेरे लिये सर्वश्रेष्ठ संभव जोड़ीदार चुनने का मौका दिया। मैं सभी का सहयोग और शुभकामनायें चाहता हूं।' उन्होंने किसी भी खिलाड़ी के नाम का जिक्र नहीं किया लेकिन एआईटीए के सूत्रों ने कहा कि बोपन्ना ने 28 वर्षीय मायनेनी को अपनी पसंद बताया है। एआईटीए के सूत्र ने कहा, 'हां, वह मायनेनी के साथ खेलना चाहता है, लिएंडर के साथ नहीं।' 

18 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले पेस अपने सातवें ओलंपिक में भाग लेने पर निगाह लगाये हैं, लेकिन बोपन्ना की पसंद से साफ पता चलता है कि वह भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी की व्यक्तिगत उपलब्धियों की परवाह नहीं करते। बोपन्ना नियमों के अनुसार अपनी पसंद का जोड़ीदार चुन सकते हैं लेकिन साथ ही यह भी सच है कि अगर बोपन्ना कट-ऑफ तारीख पर विश्व रैंकिंग में 11वें स्थान पर रहते हैं तो वह और पेस अपनी संयुक्त रैंकिंग से ड्रॉ में प्रवेश कर सकते हैं, जो सहजता से नहीं तो कुछ अंतर से कर सकते हैं। सूत्रों ने दावा किया कि एआईटीए ने बोपन्ना की बात सुन ली है लेकिन यह साफ है कि वे खिलाड़ी को उनकी शर्तें नहीं चलाने देंगे। एआईटीए अधिकारी ने कहा, 'यह उचित कदम नहीं होगा। लोग यह नहीं भूलेंगे कि अगर पेस इस ओलंपिक में नहीं खेल पाएं तो यह रोहन के कारण होगा। उसे काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा।' 

आईटीएफ नियमों में स्पष्ट लिखा है कि युगल टीम राष्ट्रीय संघ द्वारा चुनी जाती है। जब तक एआईटीए मायनेनी और बोपन्ना को बतौर टीम मंजूरी नहीं देते, वे खेल नहीं सकते। अगर एआईटीए की चयन समिति बोपन्ना, पेस, सानिया मिर्जा और प्रार्थना थोम्बारे की भारतीय ओलंपिक टीम को चुनती है तो यह हैरानी भरा फैसला नहीं होगा। बोपन्ना की तरह सानिया ने भी एआईटीए को बता दिया है कि वह बोपन्ना के साथ मिश्रित युगल खेलना पसंद करेंगी। एआईटीए सानिया की पसंद को नकार नहीं सकता और इन दोनों को मिश्रित युगल में भाग लेने देगा। 

सानिया महिला युगल में युवा खिलाड़ी थोम्बारे के साथ खेलेंगी जो देश की दूसरे नंबर की युगल खिलाड़ी हैं और उसकी रैंकिंग 209 है। वह पिछले एक साल से सानिया मिर्जा की टेनिस अकादमी में सानिया के पिता और कोच इमरान के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही है। एआईटीए ने बोपन्ना को मनाने के प्रयास किये कि वह पेस को अपने जोड़ीदार के रूप में चुने लेकिन 36 वर्षीय खिलाड़ी अपने फैसले पर अड़ा हुआ है और उसने उन्हें अपने जोड़ीदार के रूप में नहीं चुनने का फैसला किया। एआईटीए की चयन समिति के लिये अब यह कड़ी चुनौती होगी क्योंकि वह चाहेगा कि सभी खिलाड़ी ओलंपिक खुशी खुशी जाएं।

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