17 फरवरी को महिलाओं के चार गुना पांच किलोमीटर रिले में जीत दर्ज करने के बाद नॉर्वे की मैरिट बोयरगेन ने अपने प्रतिद्वंद्वी ओले इन बोर्यन्देल की बराबरी कर ली थी.
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प्योंगचांग: नॉर्वे की क्रॉस-कंट्री स्कीअर मैरिट बोयरगेन ने बुधवार (21 फरवरी) को कांस्य पदक अपने नाम करने साथ ही विंटर ओलंपिक में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली खिलाड़ी बन गई हैं. जानकारी के मुताबिक, 17 फरवरी को महिलाओं के चार गुना पांच किलोमीटर रिले में जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी ओले इन बोर्यन्देल की बराबरी कर ली थी. बोयरगेन ने अपने ही प्रतिद्वंद्वी बोर्यन्देल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अब वह 17 पदकों के साथ शीतकालीन ओलम्पिक खेलों में सबसे अधिक पदक जीतने वाली खिलाड़ी बन गई है. बोयरगेन का कांस्य पदक प्योंगचांग में जारी शीतकालीन ओलम्पिक खेलों में उनका चौथा पदक था.
.@maritbjoergen's 14th medal makes her the most decorated Winter Olympian of all time! @FISCrossCountry @idrett #PyeongChang2018 #CrossCountrySkiing pic.twitter.com/1N27dYaFOY
— Olympic Channel (@olympicchannel) February 22, 2018
2002 में जीता था पहला पदक
उन्होंने अपना पहला पदक 2002 में सॉल्ट लेक में जीता था. वह 18 बार वर्ल्ड चैंपियन भी रह चुकी हैं. बोयरगेन ने वैंकूवर 2010 में चार स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीते जबकि सोच्ची 2014 में वह तीन स्वर्ण पर अपने नाम करने में कामयाब रही. उनका करियर लगभग 20 वर्ष लंबा रहा.
विंटर ओलंपिक 2018: 17 साल के रेड गेरार्ड ने रचा इतिहास, अमेरिका को दिलवाया पहला गोल्ड
आपको बता दें कि अमेरिका के 17 वर्षीय स्नोबोर्डर रेड गेरार्ड ने प्योंगचांग शीतकालीन ओलंपिक में अमेरिका को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था. गेरार्ड इन खेलों में इस शताब्दी (साल 2000 से) में जन्म लेने वाले पहले पदक विजेता बनें थे. 29 जुलाई 2000 को जन्में गेरार्ड शीतकालीन ओलंपिक के दूसरे सबसे युवा पदक विजेता थे. इस युवा खिलाड़ी ने स्लोपस्टाइल में अंतिम प्रयास में 87.16 अंक के साथ स्नोबोर्ड लैंड कर पहला स्थान हासिल किया था.
उन्होंने कनाडा के मैक्स पैरट और मार्क मैकमोरिस को पीछे छोड़ा था. मैकमोरिस ने जीवटता का परिचय देते हुए कांस्य पदक जीता. पिछले साल स्नोबोर्डिंग दुर्घटना में उनकी 17 हड्डियां टूट गई थी और फेफड़ों में काफी चोट आई थी. मौत को मात देकर उन्होंने खेल में शानदार वापसी की.