लेटेस्ट स्टडी "वर्क रिलेशनशिप इंडेक्स" के अनुसार, दुनियाभर में ढेर सारे कर्मचारी काम के बोझ, तनाव और थकान से जूझ रहे हैं. लेकिन इस बढ़ते बोझ के बीच AI उनके कामों को मैनेज करने में मदद कर रहा है और काम के तनाव को कम कर रहा है.
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दुनियाभर के कर्मचारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि AI उनकी जगह ले लेगी, लेकिन एक नई रिपोर्ट में इससे अलग नजरिया सामने आया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, AI असल में कर्मचारियों की मदद कर रहा है और उनके काम करने के अनुभव को बेहतर बना रहा है. HP द्वारा कराए गए लेटेस्ट स्टडी "वर्क रिलेशनशिप इंडेक्स" के अनुसार, दुनियाभर में ढेर सारे कर्मचारी काम के बोझ, तनाव और थकान से जूझ रहे हैं. लेकिन इस बढ़ते बोझ के बीच AI उनके कामों को मैनेज करने में मदद कर रहा है और काम के तनाव को कम कर रहा है.
दुनिया भर के 12 देशों (भारत भी शामिल) में 15,600 से ज्यादा लोगों पर ये स्टडी किया गया. इस स्टडी में पाया गया कि दफ्तरों में भले ही लोगों का हौसला कम है, कर्मचारियों को लगता है कि AI इन मुश्किलों को सुलझाने में उनकी मदद कर सकती है. एचपी कंपनी के वर्कफोर्स सॉल्यूशंस के हेड डेव शुल्ल ने कहा कि, 'AI ऑफिस के माहौल को बदलने और सबके लिए ज्यादा खुशनुमा और कामयाब माहौल बनाने का एक जबरदस्त मौका है.' उन्होंने ये भी कहा कि, 'कर्मचारियों को AI के फायदों के बारे में बताना और दफ्तरों में AI को अच्छे से इस्तेमाल करना जरूरी है. इसके लिए कंपनी के लीडरों को कर्मचारियों को AI की कैपेसिटी के बारे में बताना चाहिए और दफ्तरों में इसे लाने में सबसे आगे रहना चाहिए.'
बढ़ रहा है वर्कलोड
रिपोर्ट के मुताबिक, दफ्तर में काम करने वाले लोगों में से सिर्फ 27% ने बताया कि उनका काम से अच्छा रिश्ता है. साथ ही करीब 58% लोगों ने ये भी बताया कि पिछले तीन सालों में उनके काम को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं.
AI कर रहा मदद
बढ़ते हुए काम के तनाव के बीच, कर्मचारी अपने दफ्तर के साथ स्वस्थ्य रिश्ता बनाने के लिए AI को एक अहम टूल मान रहे हैं. ये जागरूकता खासतौर पर दफ्तर के सभी लोगों में बढ़ रही है, जिसमें कंपनी के लीडर और टेक्नोलॉजी के फैसले लेने वाले लोग सबसे आगे हैं.