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अमेजन ने एक बड़ा फैसला लिया है. जनवरी से, सभी कर्मचारियों को हफ्ते में पांच दिन ऑफिस आना होगा. यह फैसला अमेजन वेब सर्विसेज के सीईओ मैट गारमन ने लिया है. उन्होंने साफ-साफ कहा है कि जो लोग ऑफिस आना नहीं चाहते हैं, वे दूसरी नौकरी ढूंढ सकते हैं. अमेजन का मानना है कि अगर कर्मचारी एक साथ काम करेंगे, तो नए-नए आइडिया निकलेंगे और कंपनी तेजी से आगे बढ़ेगी. अगर कोई कर्मचारी ऑफिस आना नहीं चाहता, तो वो दूसरी कंपनियों में नौकरी ढूंढ सकता है, जहां से वो घर से काम कर सके.
गारमन ने कहा, ;अगर कुछ लोग ऐसे हैं जो ऑफिस आकर काम नहीं करना चाहते, तो कोई बात नहीं, उन्हें दूसरी कंपनियां ढूंढनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि वो नकारात्मक बात नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनका मानना है कि अगर लोग एक साथ काम करेंगे, तो नए-नए आइडिया निकलेंगे और बेहतर काम होगा. उन्होंने कहा, 'जब हम कुछ नया और अच्छा बनाना चाहते हैं, तो हमें एक साथ मिलकर काम करना पड़ता है. दूर से काम करने से ऐसा नहीं हो पाता.'
साथ काम करने से आएगा बदलाव
गारमन का कहना है कि ज़्यादातर कर्मचारी इस बदलाव को पसंद करते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने जिन दस कर्मचारियों से बात की, उनमें से नौ को यह बदलाव पसंद आया. लेकिन कई कर्मचारियों को यह बदलाव पसंद नहीं आया है. उनका कहना है कि अगर उन्हें हर दिन ऑफिस जाना पड़ेगा, तो उन्हें ज़्यादा समय ट्रैवलिंग में लगेगा और उन पर ज़्यादा तनाव होगा. उन्हें लगता है कि ऑफिस आने से ज़्यादा काम नहीं होगा. कई स्टडीज़ से पता चला है कि घर से काम करने से भी उतना ही या उससे भी ज़्यादा काम हो सकता है.
अभी है यह नियम
अभी तक, अमेज़न के कर्मचारियों को हफ्ते में तीन दिन ऑफिस आना जरूरी था, लेकिन कई कर्मचारी इसे पसंद नहीं करते थे. अब अमेज़न के सीईओ एंडी जैसी ने एक नया नियम बनाया है, जिसमें कहा गया है कि अब सभी कर्मचारियों को हफ्ते में पांच दिन ऑफिस आना होगा. उनका कहना है कि अगर सभी कर्मचारी एक साथ काम करेंगे, तो नए-नए आइडिया निकलेंगे और कंपनी तेज़ी से आगे बढ़ेगी. अगर कोई कर्मचारी ऑफिस आना नहीं चाहता, तो उसे कंपनी छोड़नी होगी.
अमेज़न ने अपने कर्मचारियों के लिए एक सख्त नियम बनाया है, जबकि दूसरी बड़ी टेक कंपनियां जैसे Google, Meta और Microsoft ने अपने कर्मचारियों को हफ्ते में दो या तीन दिन ऑफिस आने की छूट दी है. अमेज़न के सीईओ, मैट गारमन, इस नए नियम से खुश हैं, लेकिन उन्हें पता है कि सभी कर्मचारी खुश नहीं होंगे. उनका मानना है कि अगर सभी कर्मचारी एक साथ काम करेंगे, तो कंपनी बेहतर काम कर पाएगी.