एप्पल (Apple) ने हाल ही में यह सूचित किया है कि वो iPhone यूजर्स को बताएगा अगर उनके फोन में पेगासस (Pegasus) वायरस है या नहीं. आइए जानते हैं कैसे..
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नई दिल्ली. आज के दौर में स्मार्टफोन्स और इंटरनेट ने हमारे जीवन को काफी बदल दिया है. ये जितना एक सहायक के रूप में सामने आए हैं, उतने ही खतरनाक भी साबित हुए हैं. यही वो जरिए हैं जिनसे हैकर्स और स्पाइवेयर साइबर चोरी और बड़े-बड़े स्कैम्स को अंजाम देते हैं. स्पाइवेयर की बात करें तो कुछ समय से पेगासस (Pegasus) नाम का स्पाइवेयर या वायरस काफी सुर्खियों में है. इस खतरनाक वायरस से हर कोई बचना चाहता है. आज हम iPhone यूजर्स के लिए एक खुशखबरी लेकर आए हैं. अब एप्पल के यूजर्स यह पता लगा सकते हैं कि उनके फोन में पेगासस स्पाइवेयर है या नहीं..
अमेरिकी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एप्पल ने हाल ही में यह सूचना जारी की है कि कंपनी ने यह फैसला लिया है कि वो अपने सभी iPhone यूजर्स को यह बताएगी कि उनके फोन में खतरनाक पेगासस स्पाइवेयर है या नहीं. एप्पल ने हाल ही में पेगासस वायरस की कंपनी, NSO Group के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की है.
एप्पल iPhone के यूजर्स को दो तरह से सूचित कर रहा है. एप्पल की तरफ से या तो उन यूजर्स की रजिस्टर्ड ईमेल आइडी और फोन नंबर्स को iMessage ऐप पर मैसेज और ईमेल भेजे जाएंगे, जिनके iPhone में पेगासस वायरस हो सकता है. या फिर, एप्पल आइडी वेबसाइट पर इस बात की जानकारी पोस्ट कर दी जाएगी.
अगर आप भी एक iPhone यूजर हैं और चेक करना चाहते हैं कि आपके फोन में यह खतरनाक वायरस तो नहीं है, तो ऐसा करने के लिए आपको सबसे पहले एप्पल की वेबसाइट, appleid.apple.com पर जाकर अपनी एप्पल आइडी से लॉग-इन करना होगा. अगर आपके फोन पर पेगासस वायरस है तो आपको एक ‘थ्रेट नोटिफिकेशन’ दिख जाएगा और साथ में कंपनी की ओर से कुछ स्टेप्स का सुझाव भी मिलेगा जिससे आप इस वायरस से बच सकेंगे.
आम तौर पर, अगर आप पेगासस या किसी अन्य वायरस से अपने iPhone को बचाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने iPhone को हमेशा लेटेस्ट सॉफ्टवेयर पर अपडेटेड रखें, पासकोड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें, केवल ऐप स्टोर से ही ऐप्स को डाउनलोड करें और किसी भी अंजान लिंक्स पर क्लिक न करें.