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नई दिल्ली. सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स (सी-डॉट) के साथ टीसीएस के नेतृत्व वाले गठजोड़ ने स्वदेशी 4जी और 5जी नेटवर्क प्रौद्योगिकी विकसित की है. इसका 15 अगस्त तक बीएसएनएल के नेटवर्क में इस्तेमाल किया जाएगा. सरकार द्वारा संचालित दूरसंचार अनुसंधान फर्म के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह बात कही. सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स (सी-डॉट) के कार्यकारी निदेशक राजकुमार उपाध्याय ने 'कन्वर्जेंस इंडिया कार्यक्रम' में कहा कि गठजोड़ ने स्वदेशी रूप से लगभग तीस करोड़ डॉलर की लागत से प्रौद्योगिकी तैयार की है.
उपाध्याय ने कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि जल्द ही आपको अच्छी खबर सुनने को मिलेगी कि हम इस काम को पूरा करने जा रहे हैं. हम जल्द ही यह बीएसएनएल के नेटवर्क में इस तकनीक का इस्तेमाल करेंगे. स्वतंत्रता दिवस पर केवल 4जी ही नहीं 5जी तकनीक को भी जोड़ा जाएगा.’’
आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के शब्दों के अनुसार, BSNL अप्रैल 2022 में 4जी गियर के लिए ऑर्डर देने वाला है. परीक्षण पहले ही पूरा हो चुका है और अब टेल्को को केवल गियर के लिए ऑर्डर देना शुरू करना है और फिर अपग्रेड करना है. बीएसएनएल का 4जी नेटवर्क 15 अगस्त 2022 तक लाइव हो रहा है, यह देश के उन उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है, जिनके पास अब 4जी नेटवर्क सेवाओं का उपभोग करने का एक और विकल्प होगा. अभी, उपभोक्ताओं के पास केवल रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया सहित निजी दूरसंचार ऑपरेटरों के साथ जाने का विकल्प था.