NASA और ISRO वाली धाकड़ तकनीक से लैस है आईफोन का ये फीचर, सीधा सैटेलाइट से होता है एक्सेस
Advertisement
trendingNow12474096

NASA और ISRO वाली धाकड़ तकनीक से लैस है आईफोन का ये फीचर, सीधा सैटेलाइट से होता है एक्सेस

Satellite calling feature: इस फीचर की बात करें तो यह उस समय काम आता है जब आपके पास सेलुलर नेटवर्क या वाई-फाई कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं होती. 

NASA और ISRO वाली धाकड़ तकनीक से लैस है आईफोन का ये फीचर, सीधा सैटेलाइट से होता है एक्सेस

Satellite calling feature: iPhone के लेटेस्ट मॉडल्स में सैटेलाइट कॉलिंग फीचर ऑफर किया जाता है जो एक बेहद ही हाईटेक तकनीक है. इस फीचर की खासियत जान हर स्मार्टफोन यूजर हैरान रह जाएगा. इस फीचर की बात करें तो यह उस समय काम आता है जब आपके पास सेलुलर नेटवर्क या वाई-फाई कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं होती. यह फीचर यूजर्स को सैटेलाइट के माध्यम से इमरजेंसी कॉल और मैसेज भेजने की सुविधा प्रदान करता है. आज हम आपको इसकी खासियतों के बारे में बताने जा रहे हैं. 

1. सैटेलाइट कनेक्टिविटी क्या है?

सैटेलाइट कनेक्टिविटी का मतलब है कि आपके फोन को कम्यूनिकेशन सैटेलाइट के साथ सीधे कनेक्ट किया जा सकता है, जिससे आपको बिना किसी ग्राउंड बेस स्टेशन के संपर्क स्थापित करने की सुविधा मिलती है. यह खासकर तब उपयोगी होता है जब आप ऐसे क्षेत्रों में हों जहां कोई नेटवर्क कवरेज नहीं है, जैसे कि पहाड़, जंगल, या समुद्र के बीच में.

2. iPhone में सैटेलाइट कॉलिंग फीचर कैसे काम करता है?

iPhone का सैटेलाइट कॉलिंग फीचर आपको टेक्स्ट मैसेज भेजने और इमरजेंसी सेवाओं के साथ संवाद करने की अनुमति देता है जब आपके पास कोई सेलुलर नेटवर्क नहीं होता. 

यह फीचर Apple के विशेष एल्गोरिद्म का उपयोग करके सैटेलाइट के साथ कनेक्ट करता है और संचार के लिए आवश्यक डेटा को ऑप्टिमाइज़ करता है ताकि इमरजेंसी टेक्स्ट संदेश को सैटेलाइट तक तेज़ी से पहुँचाया जा सके.

आपको अपने फोन को उस दिशा में पॉइंट करना होता है, जहाँ सैटेलाइट मौजूद होता है, ताकि कनेक्शन स्थापित हो सके. स्क्रीन पर आपको निर्देश भी दिए जाते हैं कि किस दिशा में फोन को मूव करना है.

3. मुख्य खासियत:

इमरजेंसी SOS: यह फीचर आपको उन स्थानों से भी इमरजेंसी सर्विसेज से संपर्क करने की सुविधा देता है, जहाँ सामान्य नेटवर्क उपलब्ध नहीं होता. आप अपनी लोकेशन और स्थिति की जानकारी सैटेलाइट के माध्यम से इमरजेंसी सर्विसेज को भेज सकते हैं.

Find My ऐप इंटीग्रेशन: आप अपनी लोकेशन को अपने परिवार और दोस्तों के साथ Find My ऐप के जरिए भी शेयर कर सकते हैं, ताकि वे जान सकें कि आप कहाँ हैं, भले ही आपके पास नेटवर्क न हो.

लिमिटेड डेटा ट्रांसमिशन: इस फीचर का उपयोग करके केवल टेक्स्ट मैसेज और लोकेशन डेटा भेजा जा सकता है, क्योंकि सैटेलाइट के माध्यम से डेटा ट्रांसमिशन की गति सीमित होती है.

4. उपलब्धता और जरूरतें:

सैटेलाइट कॉलिंग फीचर की उपलब्धता स्थान और मॉडल पर निर्भर करती है. यह सुविधा iPhone 14 और उसके बाद के मॉडल्स में उपलब्ध है.
इस फीचर का उपयोग करने के लिए iPhone में iOS का नवीनतम संस्करण होना आवश्यक है.

इसे विशेष रूप से उन देशों में लॉन्च किया गया है जहाँ सैटेलाइट नेटवर्क सपोर्ट उपलब्ध है, और धीरे-धीरे इसे और अधिक क्षेत्रों में भी विस्तार किया जा रहा है.

5. प्रयोग के समय की स्थिति:

सैटेलाइट के माध्यम से कनेक्शन स्थापित करना थोड़ा समय ले सकता है, खासकर यदि आसमान में बादल या कोई भौतिक अवरोध हो.
सैटेलाइट कनेक्शन के लिए आपको खुले आसमान के नीचे रहना आवश्यक है, क्योंकि इमारतों या पेड़ों के कारण सिग्नल कमजोर हो सकते हैं.

6. इस फीचर का रोल:

यह फीचर उन यात्रियों, पर्वतारोहियों, और एडवेंचर करने वालों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, जो अक्सर उन क्षेत्रों में जाते हैं जहाँ नेटवर्क कवरेज नहीं होती. 
प्राकृतिक आपदाओं या इमरजेंसी सिचुएशन में भी यह फीचर जीवनरक्षक साबित हो सकता है, जब अन्य संचार माध्यम उपलब्ध नहीं होते हैं.

 

 

Trending news