ये रोबोट एक मिलीमीटर (0.004 इंच) से भी कम है
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अब तक रोबोट को आपने चाय बनाते, बात करते या फिर दूसरे एक्टिविटी करते देखा होगा. लेकिन अब एक नया रोबोट तैयार हुआ है जो कैंसर तक का इलाज कर सकता है. वैज्ञानिक इसे जिंदा रोबोट या लिविंग रोबोट की संज्ञा भी दे रहे हैं. इस नए रोबोट का इस्तेमाल समुद्र से माइक्रोप्लास्टिक्स को हटाने तक में किया जा सकता है.
कैसे हुआ है ये रोबोट तैयार
अमेरिकान साइंटिस्टों ने इस जिन्दा रोबोट को मेंढ़क के स्टेम सेल से बनाया है. इस स्पेशल रोबोट का नाम 'जेनोबोट्स' रखा गया है. नए रोबोट का आकार एक मिलीमीटर (0.004 इंच) से भी कम है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह रोबोट मानव शरीर के अंदर आसानी से चल सकता है.
ये हैं रोबोट की खासियत
नया जेनोबोट्स कई हफ्तों तक बिना खाने के जिंदा रह सकता है. आविष्कारकों के अनुसार इस छोटे से रोबोट (Robot) का उपयोग कैंसर (Cancer) कोशिकाओं को नष्ट करने में किया जा सकता है. ये माइक्रो रोबोट समुद्र से माइक्रोप्लास्टिक्स को हटाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि नए रोबोट को दवा वितरण के लिए उपयुक्त बनाया जा सकता है. इनके छोटे आकार की वजह से इन्हें शरीर के अंदर दवा पहुंचाने के लिए भी यूज़ किया जा सकता है. इसके अलावा, जेनोबोट्स भविष्य में मानव स्वास्थ्य और दीर्घायु के क्षेत्र में अहम हो सकती है.
खुद ब खुद जुड़ सकता है ये रोबोट
रोबोट के बेहद छोटे होने की वजह से इसके टूटकर बिखरने का खतरा हमेशा से ही वैज्ञानिकों के दिमाग में था. इसी वजह से इसे खास तकनीक से बनाया गया है. मसलन, अगर ये रोबोट मानव शरीर के अंदर टूटा तो कुछ समय बाद खुद ब खुद जुड़ जाएगा.
है बाकि रोबोट से बिल्कुल अलग
आपको ये जानकर हैरानी होगी की इस रोबोट बिना सिर-पैर के है. हम जब भी रोबोट्स के बारे में सोचते हैं तो हमारे सामने इंसानो की तरह दिखने वाली एक मशीन की छवि आ जाती है. पर आपको बता दें की ये छोटा सा रोबोट बिना सिर- हाथ वाला है. यानि ये मौजूदा रोबोट्स से बेहद अलग है. जेनोबोट्स गुलाबी मांस के छोटे से टुकड़े की तरह ज्यादा दिखते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह बॉयोलिजिकल मशीन है.