साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर 1930 पर कॉल करना क्यों जरूरी, RBI ने जारी की चेतावनी
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साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर 1930 पर कॉल करना क्यों जरूरी, RBI ने जारी की चेतावनी

KYC Frauds: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने KYC अपडेट के नाम पर हो रही धोखाधड़ी से सावधान रहने को लेकर चेतावनी जारी की है. आरबीआई ने बताया है कि अगर कोई व्यक्ति ऐसे किसी फ्रॉड का शिकार हो जाए तो वह तुरंत साइबरक्राइम हेल्पलाइन (1930) या नेशल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज कराए. 

RBI

आज कल साइबर अपराध के कई सारे मामले सामने आ रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने KYC अपडेट के नाम पर हो रही धोखाधड़ी से सावधान रहने को लेकर चेतावनी जारी की है. आरबीआई ने बताया है कि अगर कोई व्यक्ति ऐसे किसी फ्रॉड का शिकार हो जाए तो वह तुरंत साइबरक्राइम हेल्पलाइन (1930) या नेशल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज कराए. इसके साथ ही आरबीआई ने कुछ सावधानियां भी जारी की हैं. आइए आपको इनके बारे में विस्तार से बताते हैं. 

यह दूसरी बार है जब आरबीआई ने इस तरह की चेतावनी जारी की है. साल 2021 में कोविड लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन केवाईसी धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि होने के बाद आरबीआई ने एक नोट जारी किया था. उस समय आरबीआई ने केवाईसी प्रक्रिया को आसान बना दिया था. 

आरबीआई ने कहा है कि केवाईसी फ्रॉड के मामलों में धोखाधड़ी करने वाले अक्सर ग्राहकों को पर्सनल डिटेल, अकाउंट/लॉगिन जानकारी, कार्ड डिटेल्स, पिन या ओटीपी शेयर करने के लिए कॉल, टेक्स्ट या ईमेल का इस्तेमाल करते हैं.

धोखाधड़ी करने वाले ग्राहकों को मैसेज के माध्यम से भेजे गए लिंक का इस्तेमाल करके केवाईसी अपडेट के लिए अनअथॉराइज्ड/अनवेरिफाइड ऐप इंस्टॉल करने के लिए भी कहते हैं. धोखाधड़ी करने वाले अकाउंट को फ्रीज करने, ब्लॉक करने या बंद करने की धमकी दे सकते हैं. अगर ग्राहक ऐसी जानकारियां शेयर करते हैं तो धोखाधड़ी करने वाले उनके अकाउंट तक पहुंच सकते हैं.

आरबीआई ने कहा कि “ऐसे कम्यूनिकेशन अक्सर झूठी जल्दबाजी पैदा करने और ग्राहक के पालन नहीं करने पर अकाउंट को फ्रीज/ब्लॉक/बंद करने की धमकी देने का प्लान बनाते हैं. जब ग्राहक पर्सनल या लॉगिन डिटेल शेयर करते हैं तो धोखाधड़ी करने वाले उनके खातों तक एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं और धोखाधड़ी गतिविधियां कर सकते हैं”. 

सावधानियां

1. बैंक कभी भी फोन, ईमेल या एसएमएस के जरिए केवाईसी अपडेट के लिए व्यक्तिगत जानकारी मांगने के लिए सीधे संपर्क नहीं करता है. 
2. केवाईसी अपडेट के लिए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें या कोई ऐप डाउनलोड न करें.
3. किसी को भी अपना पिन, ओटीपी, यूपीआई पिन या अन्य जानकारी शेयर न करें.
4. किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सीधे अपने बैंक को रिपोर्ट करें.

शिकायत कैसे करें

1. राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर जाएं.
2. साइबर अपराध हेल्पलाइन (1930) पर कॉल करें.

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