Potato: दुनिया में आलू की खेती के शुरुआती प्रमाण कनाडा में मिलते हैं. माना जाता है कि वहां 1623 से इसकी खेती होती आ रही है. फिर ब्रिटिश द्वीपों से आलू पूरब की ओर बढ़ा और उत्तरी यूरोप तक फैल गया.
Trending Photos
King Of Vegetables: हाल ही में सोशल मीडिया के एक स्पेस में आलू को लेकर बहस छिड़ी तो किसी ने पूछ लिया कि आलू सब्जियों का राजा कैसे बन गया. आइए इसके बारे में आज जान लेते हैं. यह बात सही है कि आलू भारत में नहीं पैदा हुआ था. लेकिन अब आलू भारत में इतना पैदा होता है और लोग इसे इतना पसंद करते हैं कि यह हर सब्जियों में शामिल हो गया है. शायद इसीलिए इसे इसे सब्जियों का राजा कहा जाता है, लेकिन इसके इतिहास के बारे में भी जानना उतना ही जरूरी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक 16वीं शताब्दी तक आलू को केवल पेरू के लोग पहचानते थे. कोलंबस जब पूरी दुनिया की यात्रा पर निकला तो उसने आलू को समुद्र के रास्ते दुनिया के तमाम अलग-अलग महाद्वीपों तक पहुंचाया. दावा किया जाता है कि आलू की खेती कैरिबियन द्वीप पर शुरू हुई थी. तब इसे 'कमाटा' और 'बटाटा' कहा जाता था. 16वीं सदी में यह बटाटा स्पेन पहुंचा. स्पेन के जरिए इसने यूरोप में एंट्री ली.
यूरोप पहुंचने के बाद बटाटा का नाम बदलकर पटोटो हो गया. हालांकि दुनिया में आलू की खेती के शुरुआती प्रमाण कनाडा में मिलते हैं. माना जाता है कि वहां 1623 से इसकी खेती होती आ रही है. फिर ब्रिटिश द्वीपों से आलू पूरब की ओर बढ़ा और उत्तरी यूरोप तक फैल गया. 1650 तक आलू बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग तक पहुंच गया. 1740 तक वह जर्मनी, प्रूशिया और पोलैंड तक और 1840 तक रूस पहुंच गया.
18वीं शताब्दी के बाद आसपास ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में ही आलू उगाने की नीति अपनाई. इस नीति के तहत ईस्ट इंडिया कंपनी ने बड़ी मात्रा में सस्ते दामों पर आलू के पौधे किसानों को बेचें फिर धीरे-धीरे आलू हर खेत में लगने वाली एक फसल बन गई. भारत में आलू को बढ़ावा देने का श्रेय वारेन हिस्टिंग्स को जाता है जो 1772 से 1785 तक भारत के गवर्नर जनरल रहे.
अब हालत ये है कि शायद भारत का कोई ऐसा घर नहीं है जो रोज आलू का सेवन नहीं करता. इतना ही नहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय चावल, गेहूं और मक्का के बाद आलू दुनिया की चौथी सबसे अहम फसल है. गैर-अनाजों में इसका पहला नंबर है. आलू की पौष्टिकता, खेती में आसानी और जमीन में छिपे रहने की वजह से यह सुरक्षित माना जाने लगा था. लगभग हर सब्जी के साथ इसके उपयोग के चलते ही इसे सब्जियों का राजा कहा जाने लगा.