Maldives India Conflict: मासूम बच्चा तड़प-तड़पकर मर गया, भारत विरोध की जिद में नहीं पसीजा मालदीव की मुइज्‍जू सरकार का दिल
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Maldives India Conflict: मासूम बच्चा तड़प-तड़पकर मर गया, भारत विरोध की जिद में नहीं पसीजा मालदीव की मुइज्‍जू सरकार का दिल

Maldives India Controversy: मालदीव की मुइज्‍जू सरकार के सनकी फैसले ने 13 साल के मासूम की जान ले ली है. उसकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई क्योंकि उसे सही वक्त पर इलाज नहीं मिल सका.

Maldives India Conflict: मासूम बच्चा तड़प-तड़पकर मर गया, भारत विरोध की जिद में नहीं पसीजा मालदीव की मुइज्‍जू सरकार का दिल

Maldives India News: भारत का विरोध करना मालदीव की मुइज्‍जू सरकर (Mohamed Muizzu Govt) को पहले दिन से ही भारी पड़ रहा है. और इस बीच एक ऐसी खबर आई है जिसे सुन हर किसी की आंखों में आंसू आ जाएंगे. दरअसल, मुइज्‍जू सरकार की भारत विरोध की जिद ने 13 साल के मासूम बच्चे की जान ले ली है. बच्चा तड़प-तड़पकर मर गया लेकिन वह भारत के हेलीकॉप्टर की मदद नहीं ले सका. क्योंकि मुइज्‍जू सरकार भारत का विरोध कर रही है. 13 साल के मासूम की मौत (Maldives Child Death) पर भी मुइज्‍जू सरकार दिल नहीं पिघला है और वह भारत विरोध के स्टैंड पर अड़ी हुई है.

मुइज्‍जू की जिद ने ली मासूम की जान!

बता दें कि मालदीव में 13 साल के बच्चे की मौत तब हो गई जब उसे इलाज के लिए गाफू से राजधानी माले नहीं लाया जा सका. उसे चॉपर ही नहीं मिला, जिसकी मदद से उसे माले लाया जाता और शायद उसकी जान बच जाती. जान लें कि मेडिकल इमरजेंसी में भारत के चॉपर मालदीव में खूब काम आते थे. लेकिन मुइज्‍जू सरकार के भारत विरोध के कारण अब ये चीज रुकी हुई है. जिससे मालदीव के लोगों को ही परेशानी हो रही है.

मुइज्‍जू क्यों कर रहे भारत का विरोध?

मालदीव की मीडिया के मुताबिक, भारत, मालदीव को 2 नेवल चॉपर और एक डोर्नियर एयरक्राफ्ट दे चुका है. जिसकी मदद से वह मेडिकल इमरजेंसी में लोगों को यहां से वहां ले जा सके. लेकिन फिलहाल तो मालदीव की मुइज्‍जू सरकार पर भारत विरोध का भूत सवार है और इस वजह से वह कोई ठीक फैसला नहीं ले पा रही है.

वक्त पर इलाज मिलता तो बच जाती जान!

मृतक मासूम की फैमिली का रो-रोकर बुरा हाल है. उनका कहना है कि अगर उनका बच्चा सही समय पर गाफू से माले आ जाता और उसका इलाज हो जाता तो वह बच सकता था. वह उससे बहुत प्यार करते थे. लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से बच्चे की जान चली गई.

मुइज्‍जू सरकार का सनकी फैसला

हम आपको मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्‍जू के एक और सनकी फैसले के बारे में बताते हैं, जिसमें उन्होंने भारत के सैनिकों से मालदीव से चले जाने को कहा है. इसके लिए उन्होंने 15 मार्च की डेडलाइन तय की है. लेकिन, उनको समझ नहीं आ रहा है कि भारत से दुश्मनी लेना मालदीव को कितना भारी पड़ सकता है. पहले दिन से ही वो मुंह की खा रहे हैं. पीएम मोदी के खिलाफ मुइज्‍जू सरकार के मंत्रियों की अभद्र टिप्पणी से शुरू हुए विवाद और मुइज्‍जू की जिद का खामियाजा मालदीव की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.

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