कोरोना वैक्सीन की पहली पीढ़ी सभी पर नहीं करेगी असर, UK टास्कफोर्स ने जताई चिंता
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कोरोना वैक्सीन की पहली पीढ़ी सभी पर नहीं करेगी असर, UK टास्कफोर्स ने जताई चिंता

यूके वैक्सीन टास्कफोर्स (UK Vaccine Taskforce) के अध्यक्ष केट बिंघम ने कहा कि कोरोना वायरस के टीकों की पहली पीढ़ी के अपूर्ण होने की संभावना है और हमें तैयार रहना चाहिए कि वे संक्रमण को ना रोके, बल्कि सिर्फ लक्षणों को कम करे.

प्रतीकात्मक तस्वीर

लंदन: कोरोना वायरस (Coronavirus) के वैक्सीन को लेकर लंदन से अच्छी खबर है और यहां के एक बड़े अस्पताल को कोरोना वैक्सीन रिसीव करने की तैयारी के लिए कहा गया है. हालांकि इस बीच यूके वैक्सीन टास्क फोर्स की अध्यक्ष केट बिंघम ने वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के वैक्सीन की पहली पीढ़ी के अपूर्ण होने की संभावना है और यह सभी लोगों पर असर नहीं करेगी.

  1. टीकों की पहली पीढ़ी के अपूर्ण होने की संभावना
  2. टीका सभी लोगों पर असर नहीं कर सकता
  3. संभावना है संक्रमण को ना रोके, बल्कि लक्षण कम करे

सिर्फ लक्षण कम करने की संभावना
केट बिंघम ने द लांसेट मेडिकल जर्नल (The Lancet medical journal) में प्रकाशित एक अंश में लिखा, 'हालांकि, हमें यह भी नहीं पता कि हमें कभी भी वैक्सीन मिलेगी या नहीं. शालीनता और अति-आशावाद के खिलाफ रक्षा करना अनिवार्य है.' उन्होंने आगे लिखा, 'टीकों की पहली पीढ़ी के अपूर्ण होने की संभावना है और हमें तैयार रहना चाहिए कि वे संक्रमण को ना रोके, बल्कि सिर्फ लक्षणों को कम करे.'

कुछ या सभी टीके हो सकते हैं विफल
बिंगहैम (Kate Bingham) ने लिखा है कि वैक्सीन टास्क फोर्स इस बात को स्वीकार करता है कि इन टीकों में से कई और संभवतः सभी विफल हो सकते हैं. टीकों के लिए वैश्विक विनिर्माण क्षमता जरूरत के हिसाब से काफी हद तक अपर्याप्त है, क्योंकि दुनियाभर में अरबों वैक्सीन की जरूरत है.

गर्मियों में घट गई एंटीबॉडी
इससे पहले मंगलवार को इंपीरियल कॉलेज लंदन के वैज्ञानिकों के एक अध्ययन में पाया था कि गर्मियों में दौरान ब्रिटिश आबादी में कोरोनो वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी तेजी से घट गई. इस कारण संक्रमण के बाद सुरक्षा लंबे समय तक नहीं रह सकती है और में प्रतिरक्षा कम होने की संभावना बढ़ाती है.

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