पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग की वजह क्या, Corona Vaccine से है 'कनेक्शन'?
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पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग की वजह क्या, Corona Vaccine से है 'कनेक्शन'?

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पूरी तरह सुरक्षित है और कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ा हथियार है. लेकिन ब्रिटेन में कई महिलाओं ने वैक्सीन लगवाने के बाद पीरियड्स से संबंधित शिकायत दर्ज कराई हैं.

फाइल फोटो.

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण से ठीक होने के बाद भी कई गंभीर समस्याएं शरीर में घर कर ले रही हैं. इसको लेकर विशेषज्ञ लगातार सचेत भी करते रहे हैं लेकिन ब्रिटेन में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के बाद महिलाओं को पीरियड्स (Periods) से जुड़ी समस्याएं सामने आई हैं. लगभग 35000 महिलाओं ने कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद पीरियड्स के अनियमित होने की शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि कुछ ही समय में इन महिलाओं के पीरियड्स पहले की तरह सामान्य हो गए. फाइजर, एस्ट्राजेनेका और मॉडर्ना वैक्सीन लगवाने के बाद महिलाओं ने इस तरह की शिकायत दर्ज कराईं. 

  1. क्या वैक्सीन का पड़ रहा पीरियड्स पर असर? 
  2. ब्रिटेन में लगभग 35000 महिलाओं ने की शिकायत
  3. वैक्सीन के बाद ज्यादा ब्लीडिंग होने की भी शिकायत
  4.  

क्या प्रेगनेंसी भी हो रही प्रभावित?

ब्रिटेन में 2 सितंबर तक ऐसे मामले दर्ज किए गए. इंपीरियल कॉलेज लंदन (Imperial College London) में रीप्रोडक्टिव इम्यूनोलॉजी (Reproductive Immunology) की प्रोफसर डॉ विक्टोरिया ने कहा, डेटा एनालिसिस के बाद यह पाया गया कि जिन महिलाओं ने पीरियड्स को लेकर शिकायत दर्ज कराई उनमें से किसी को भी फर्टिलिटी (Fertility Issues) संबंधी कोई समस्या सामने नहीं आई. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) में उन्होंने लिखा, इस तरह के मामलों की जांच के लिए और अधिक स्टडी की आवश्यकता है. हालांकि UK की ड्रग वॉचडॉग द मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने अभी तक कोरोना वैक्सीन और पीरियड्स के मुद्दों के बीच किसी भी तरह के लिंक से इनकार किया है.

एचपीवी वैक्सीन के बाद भी आए केस

Dailymail ने डॉ माले के हवाले से लिखा कि पहले की स्टडी में ये सामने आया कि एचपीवी वैक्सीन लगवाने के बाद महिलाओं के पीरियड्स की डेट में बदलाव हुआ था लेकिन ये कोई गंभीर समस्या नहीं है. हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की समस्या अधिक महिलाओं को भी हो सकती है. यानी कि 35000 महिलाओं का जो डेटा है उससे वास्तविक नंबर कहीं अधिक हो सकते हैं. विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि ज्यादातर महिलाओं की पीरियड्स डेट कुछ ही दिनों में पहले की तरह सामान्य हो रही है इसलिए कोई चिंता की बात नहीं. 

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अधिक ब्लीडिंग की भी समस्या?

सिर्फ अनियमितता ही नहीं बल्कि कुछ महिलाओं ने ज्यादा ब्लीडिंग होने की भी शिकायत दर्ज कराई. एमएचआरए ने ऐसे मामलों की जांच शुरू कर दी है. ज्यादा ब्लीडिंग होने की स्पष्ट वजह नहीं पता चल पा रही है. कुछ महिलाओं ने इस बाबत सोशल मीडिया पर भी अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है.

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