तालिबान के दोस्त Pakistan पर बुरी तरह भड़का America, फुल एक्शन के मूड में बाइडेन सरकार
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तालिबान के दोस्त Pakistan पर बुरी तरह भड़का America, फुल एक्शन के मूड में बाइडेन सरकार

अफगानिस्तान के पंजशीर में पाकिस्तान के हवाई हमलों पर अमेरिका ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. अमेरिकी सीनेटर ने मांग की है कि आरोप साबित होने पर पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद रोक दी जाए.

फाइल फोटो.

काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) के पंजशीर (Panjshir) में हवाई हमलों और तालिबानियों का साथ देने के आरोपों से घिरे पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका में कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. सीनेटर एडम ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, अमेरिकी सीनेटर एडम ने कहा है कि यदि पंजशीर में अटैक साबित हुआ तो पाकिस्तान पर बैन लगाया जाए. इतना ही नहीं पाकिस्तान को दी जाने वाली सभी मदद भी रोकने की मांग की है. एडम ने कहा है कि पाकिस्तान तालिबान को लेकर दशकों से झूठ बोलता आया है. 

  1. पंजशीर में पाकिस्तान के अटैक पर अमेरिका सख्त
  2. सीनेटर एडम की पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी मांग
  3. पंजशीर में अटैक सिद्ध हुआ तो लगे बैन- एडम

अहमद शाह मसूद की मजार तोड़ी

बता दें कि पंजशीर पर कब्जे के बाद तालिबान ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं. तालिबान ने पंजशीर के शेर कहे जाने वाले अहमद शाह मसूद की मजार तोड़ दी है. आरोप है कि पाकिस्तान तालिबानियों का साथ दे रहा है. गौरतलब है कि 2001 में अलकायदा के आतंकियों ने शाह मसूद की हत्या की थी और अब अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद तालिबान को टक्कर दे रहे हैं. तालिबान के खिलाफ लड़ रहे हैं. हालांकि तालिबान पंजशीर पर कब्जा कर चुका है. राजधानी बाजारख में तालिबान उत्पात मचा रहा है.

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नॉर्वे के दूतावास पर तालिबानियों का कब्जा

तालिबानी आतंकियों ने काबुल में नॉर्वे के दूतावास को अपने कब्जे में ले लिया है. दूतावास के अंदर तालिबानियों के बंदूक लेकर घुसने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं.

BRICS सम्मेलन में अफगानिस्तान पर चर्चा संभव

इधर, BRICS के सालाना शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा होने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज BRICS सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. कोरोना के चलते ये सम्मेलन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित की जाएगी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो भी शामिल होंगें.

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