पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक शिया दरगाह पर हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लमिक स्टेट ने ली है.
Trending Photos
कराची: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक शिया दरगाह पर हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लमिक स्टेट ने ली है. गुरुवार तक इस हमले में मृतकों की संख्या 18 बताई गई थी, जो अब बढ़ गई है. कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2005 में इसी दरगाह में हुए बम हमले में 35 लोग मारे गए थे.
पुलिस उपायुक्त असदुल्ला काकर के अनुसार हमलावर ने कल शाम बलूचिस्तान के झाल माग्सी जिले की दरगाह फतेहपुर में घुसने की कोशिश की और जब पुलिस ने उसे दरगाह के प्रवेश द्वार पर रोका तो उसने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया.
समाचार पत्र डॉन ने झाल माग्सी के जिला चेयरमैन औरंगजेब माग्सी के हवाले से इस हमले में कम से कम 20 लोगों के मारे जाने और 30 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर दी है. इससे पहले बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज बुगती ने इस हमले में मारे गये लोगों की संख्या 18 बताई थी.
ये भी पढ़ें- ये है पाक की भारत के खिलाफ अब तक की सबसे खतरनाक साजिश!
आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी ‘अमाक’ के माध्यम से एक संक्षिप्त बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला कल उस समय हुआ जब काफी संख्या में लोग दरगाह में इबादत करने के लिए एकत्रित थे. दरगाह में हर गुरुवार को काफी संख्या में लोग सूफ़ी नृत्य ‘धमाल’ में शामिल होने और इबादत करने के लिए एकत्र होते हैं.
ये भी पढ़ें- पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
बुगती ने बताया कि दरगाह का सालाना उर्स चल रहा था और इस मौके पर देशभर से सैकड़ों लोग वहां पहुंचे थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाक़ान अब्बासी ने हमले की निंदा की और सरकार द्वारा आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का संकल्प लिया.
इससे पहले नवंबर 2016 में खुजदर जिले की शाह नोरानी दरगाह में हुए विस्फोट में कम से कम 52 लोग मारे गए थे और 102 घायल हुए थे.