रोहिंग्याओं के लिए 14000 कैम्प बनाएगा बांग्लादेश, म्यांमार से हो रहा है पलायन
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रोहिंग्याओं के लिए 14000 कैम्प बनाएगा बांग्लादेश, म्यांमार से हो रहा है पलायन

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रोहिंग्या विद्रोहियों के हमले के जवाब में म्यांमार सेना की कार्रवाई के बाद वहां से पलायन कर 4,00,000 रोहिंग्या 25 अगस्त के बाद से बांग्लादेश में पहुंच चुके हैं.

कॉक्स बाजार में बने एक नए शिविर में रोहिंग्या शरणार्थी महिला खाना बनाने के दौरान लड़की से बातचीत करती हुई. (Reuters/16 Sep, 2017)

कॉक्स बाजार: बांग्लादेश सड़क किनारे, खेतों में और पहाड़ों पर शिविरों में रह रहे हजारों रोहिंग्या मुसलमानों के लिए 14,000 नये आश्रय स्थल बनाएगा. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रोहिंग्या विद्रोहियों के हमले के जवाब में म्यांमार सेना की कार्रवाई के बाद वहां से पलायन कर 4,00,000 रोहिंग्या 25 अगस्त के बाद से बांग्लादेश में पहुंच चुके हैं. बांग्लादेश के अधिकारियों ने कहा कि वे कॉक्स बाजार जिले के कुतुपलोंग में रोहिंग्याओं के मौजूदा शरणार्थी शिविर के पास 2,000 एकड़ (800 एकड़) पर एक विशाल शिविर का निर्माण करेंगे. कॉक्स बाजार जिला म्यांमार की सीमा से लगा हुआ है.

बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन सचिव शाह कमाल ने कहा, ‘‘सरकार ने करीब 40,000 रोहिंग्याओं के लिए 14,000 आश्रय स्थलों का निर्माण करने का फैसला किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमसे 10 दिनों में आश्रय स्थलों का निर्माण करने को कहा गया है. हर आश्रय स्थल में छह शरणार्थी परिवार रहेंगे.’’ कमाल ने कहा कि शिविर में उचित साफ सफाई, पानी एवं चिकित्सा सुविधाएं होंगी.

उन्होंने कहा, ‘‘हम संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों की मदद लेंगे.’’ संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि वे पलायन के स्तर से हैरान हैं. संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने कहा कि वह मदद कार्य में समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र की सभी एजेंसियों और निजी समूहों का एक समूह गठित करेगा.

म्यांमार पर संरा सुरक्षा परिषद ने जताई चिंता, करीब 4 लाख रोहिंग्या पहुंचे बांग्लादेश

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने म्यांमार के अशांत प्रांत रखाइन में हो रही हिंसा पर चिंता जाहिर की है. हिंसा की वजह से हजारों रोंहिग्या मुसलमानों को भागकर बांग्लादेश जाना पड़ा है. परिषद ने सरकार से कहा है कि वह स्थिति को सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाये और यहां फिर से कानून एवं व्यवस्था बहाल करें. 25 अगस्त को रोहिंग्या उग्रवादियों द्वारा एक सैन्य चौकी पर हमला किए जाने के जवाब में म्यांमार के सुरक्षा बलों की ओर से कड़ी जवाबी कार्रवाई होने के बाद माना जा रहा है कि 3,80,000 रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी म्यांमार छोड़कर बांग्लादेश पहुंच गए हैं.

इस स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने हिंसा को खत्म करने, स्थिति को काबू में करने और कानून व्यवस्था को पुन:स्थापित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है. एक बयान में सुरक्षा परिषद ने, रखाइन प्रांत में स्थिति पर ‘‘गहरी चिंता व्यक्त’’ की है.

15 सदस्यों वाली इस परिषद ने 25 अगस्त को म्यांमार में सुरक्षा बलों पर पहले किए गए हमले की बात मानते हुए इसके बाद होने वाली हिंसा की निंदा की है जिसके चलते तीन लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं. सदस्यों ने म्यांमार में नागरिकों की सुरक्षा और सामान्य सामाजिक-आर्थिक स्थिति बहाल करने का आह्वान किया.

संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मैथ्यू राइक्रोफ्ट ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “यह नौ साल में पहली बार है जब सुरक्षा परिषद म्यांमार के इस मुद्दे पर सहमत हुआ है.” राइक्रोफ्ट ने कहा कि सदस्य इस बात पर सहमत हैं कि अब सैन्य अभियान को बंद किया जाना चाहिए और जहां भी जरूरी हो वहां संपूर्ण मानवीय सहायता दी जानी चाहिए.

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