Afghanistan पर आलोचनाओं में घिरे Biden ने तोड़ी चुप्पी, Ashraf Ghani पर फोड़ा बिगड़ते हालात का ठीकरा
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Afghanistan पर आलोचनाओं में घिरे Biden ने तोड़ी चुप्पी, Ashraf Ghani पर फोड़ा बिगड़ते हालात का ठीकरा

अफगानिस्तान से सेना वापसी के फैसले को लेकर भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना हो रही हो, लेकिन उन्हें इसमें कुछ गलत नजर नहीं आता. बाइडेन ने अफगान के हाल के लिए अशरफ गनी और उनकी सेना को दोषी करार देते हुए स्पष्ट किया है कि सैनिकों की वापसी का फैसला पूरी तरह सही था.

फाइल फोटो

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden)  ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के हालात पर चुप्पी तोड़ते हुए अशरफ गनी (Ashraf Ghani) पर ठीकरा फोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि गनी अफगानिस्तान को कठिन हालात में छोड़कर भाग गए. उनसे सवाल पूछा जाना चाहिए, वह बिना लड़े मुल्क से क्यों भागे? बता दें कि अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुलाने को लेकर बाइडेन की आलोचना हो रही है. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित अधिकांश लोगों का मानना है कि अफगान के हाल के लिए सीधे तौर पर बाइडेन दोषी हैं. 

  1. सेना वापसी के लिए हो रही है अमेरिका की आलोचना
  2. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी फैसले को बताया है गलत
  3. बाइडेन ने अफगान नेताओं और सेना पर साधा निशाना
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Troops की वापसी का किया बचाव

राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने आलोचनाओं के बीच सोमवार को अफगानिस्तान संकट पर अपनी चुप्पी तोड़ी. इस दौरान, उन्होंने सेना बुलाने के अपने फैसले का बचाव करते हुए अफगान आर्मी और अशरफ गनी (Ashraf Ghani) को निशाने पर लिया. राष्ट्रपति ने कहा, ‘हमारी सेना लगातार लड़ने का जोखिम नहीं उठा सकती थी. मैं इस बात को लेकर पहले से स्पष्ट रहा हूं कि हमारी विदेश नीति मनावाधिकारों पर केंद्रित रही है’. 

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‘हमने कई अपनों को खोया है’

देश को संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा, ‘मैं अमेरिका का राष्ट्रपति हूं और आप लोगों को भ्रमित नहीं करूंगा. मेरे बाद भी कोई अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान में तैनाती को जारी नहीं रखता. कई अमेरिकी सैनिकों के परिवारों ने अपनों को अफगानिस्तान में खोया है. हम अपनी सेना को लगातार जोखिम उठाने के लिए नहीं भेज सकते. लोग कह रहे हैं कि हमने अफगानिस्तान को बीच अभियान में छोड़ दिया है, लेकिन मैं जानता हूं कि मैंने हमेशा सही फैसला लेने की कोशिश की है’.

Afghan के नेताओं पर निशाना

प्रेसिडेंट बाइडेन ने अफगानिस्तान के हाल के लिए वहां के नेताओं को दोषी करार दिया. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के नेता वहां के लोगों के हित के लिए एकजुट होने में विफल रहे. वह अपने देश के भविष्य के लिए समझौता नहीं कर पाए. राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे प्रतिद्वंद्वी चीन और रूस चाहते थे कि अमेरिका अफगानिस्तान में अपने करोड़ों डॉलर बर्बाद करे. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अफगानिस्तान का विवाद अमेरिका के हित से जुड़ा हुआ नहीं है. हमने काफी सोच-विचारकर सेना की वापसी का फैसला लिया था.

‘राष्ट्र निर्माण नहीं था हमारा Mission’

उन्होंने कहा कि मैं और हमारी नेशनल सिक्योरिटी टीम अफगानिस्तान के हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. हम जल्द से जल्द यहां से लोगों को निकाल लेंगे. अफगानिस्तान में जो भी हालात बने, अचानक बने हैं. अफगानिस्तान की सेना ने घुटने टेक दिए, अफगानी नेता देश छोड़कर भाग गए. हम अफगानिस्तान में स्पष्ट उद्देश्य के साथ गए थे. हमने अल कायदा का सफाया किया. हमारा मिशन 'राष्ट्र निर्माण' का नहीं था. डोनाल्ड ट्रंप के शासन में 15 हजार सैनिक अफगानिस्तान में थे और हमारे वक्त 2000 सैनिक अफगानिस्तान में रहे.

Biden ने Taliban को दी चेतावनी

राष्ट्रपति बाइडेन ने तालिबान को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अमेरिकी सैनिकों को नुकसान पहुंचा तो तालिबान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने को लेकर ऑपेरशन चला रहे हैं. हमने तालिबान को स्पष्ट कर दिया है, अगर वो हमारे कर्मियों पर हमला करता है या हमारे ऑपरेशन को बाधित करता है, तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.

 

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