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कीव/विएना: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia-Ukraine War) 14वें दिन भी जारी है और रूस की ओर से यूक्रेन के कई शहरों पर लगातार बमबारी की जा रही है. इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रोसी (IAEA Chief Rafael Grossi) ने यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Chernobyl Nuclear Power Plant) को लेकर बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि युद्ध संकट के बीच अब परमाणु संयंत्र से खतरनाक विकिरणों की निगरानी नहीं की जा सकेगी.
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रोसी (IAEA Chief Rafael Grossi) ने बताया है कि रूसी सैनिकों ने हमले के बाद चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Chernobyl Nuclear Power Plant) से कुछ अहम उपकरण निकाल लिया है, जिनके जरिए रेडियोएक्टिव कचरे में परमाणु पदार्थ की निगरानी की जाती थी.
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राफेल ग्रोसी (Rafael Grossi) ने बताया कि चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Chernobyl Nuclear Power Plant) से मॉनिटरिंग सिस्टम हटाए जाने के बाद लोगों की सुरक्षा को लेकर आशंकाएं पैदा हो गई हैं और कहा कि इसको हटाए जाने की वजह से डाटा प्रसारित होना बंद हो गया है. ऐसे में परमाणु संयंत्र से खतरनाक विकिरणों की निगरानी नहीं की जा सकेगी, क्योंकि चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) को डेटा ट्रांसफर नहीं कर पा रहा है.
International Atomic Energy Agency chief Rafael Grossi indicated that remote data transmission from safeguards monitoring systems installed at the Chernobyl Nuclear Power Plant had been lost. The plant is no longer transmitting data to the UN watchdog: AFP reports
— ANI (@ANI) March 9, 2022
यूक्रेन ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Chernobyl Nuclear Power Plant) की स्थिति को लेकर अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से शिकायत की है और कहा है कि प्लांट में कर्मचारियों की शिफ्ट का बदला जाना बेहद जरूरी है. यूक्रेन का कहना है कि प्लांट में 210 कर्मचारी फंसे हुए हैं.
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