चीन की सेना ने परेड में दिखाए पारंपरिक और परमाणु मिसाइल, 26 बैलिस्टिक मिसाइल भी आए नजर
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चीन की सेना ने परेड में दिखाए पारंपरिक और परमाणु मिसाइल, 26 बैलिस्टिक मिसाइल भी आए नजर

प्रदर्शनी में कम समय के नोटिस पर दागी जा सकने वाली और परमाणु मुखास्त्र से लैस डोंगफेंग 26 बैलिस्टिक मिसाइल, ‘करियर किलर’ नाम से चर्चित डोंगफेंग 21 डी भू आधारित पोत रोधी बालिस्टिक मिसाइल सहित अन्य प्रारूप शामिल थे.

इस परेड में करीब 12,000 जवानों ने हिस्सा लिया और 129 विमान तथा 571 उपकरणों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया. (PHOTO : Reuters/30 July, 2017)

बीजिंग: चीन की सेना ने रविवार (30 जुलाई) को 23 लाख सदस्यों वाली पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 90 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित विशाल सैन्य परेड में स्वदेशी पारंपरिक एवं परमाणु मिसाइलों के पांच प्रारूपों का प्रदर्शन किया. इसमें कम समय के नोटिस पर दागी जा सकने वाली और परमाणु मुखास्त्र से लैस डोंगफेंग 26 बैलिस्टिक मिसाइल, ‘करियर किलर’ नाम से चर्चित डोंगफेंग 21 डी भू आधारित पोत रोधी बालिस्टिक मिसाइल और दुश्मन के मुख्य ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम डोंगफेंग 16 जी पारंपरिक मिसाइल सहित अन्य प्रारूप शामिल थे.

सरकारी ‘शिन्हुआ’ समाचार एजेंसी ने खबर दी कि प्रदर्शन में ठोस ईंधन वाली अंतरमहाद्वीपीय रणनीतिक परमाणु मिसाइलों के दो प्रकार भी शामिल थे. प्रदर्शन में पीएलए के राकेट फोर्स के ‘मोबाइल लांच व्हीकल’ चलाते सैनिकों और उपकरणों ने भी भाग लिया. दिसंबर 2015 में स्थापित राकेट फोर्स पीएलए के विस्तृत सैन्य ढांचागत सुधार का हिस्सा है. चीन के नये जे 20 लड़ाकू विमानों ने परेड में पहली बार हिस्सा लिया. देश की पहली सेना दिवस परेड के दौरान इनर मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र में झूरिहे सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर तीन जे 20 विमानों सहित 15 लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लेते हुए उड़ान भरी. जे 20 विमान चीन के स्वदेशी चौथी पीढी के मध्यम एवं लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले लड़ाकू विमान हैं. 

यह परेड 2015 के बाद सबसे बड़ा था जहां वह नया टैंक भी शामिल किया गया जिसने कथित तौर पर हाल ही में भारतीय सीमा के पास ऊंचाई वाले इलाके में युद्धाभ्यास किया था. अमेरिका सेना के बाद चीनी सेना का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट (152 अरब अमेरिकी डॉलर) है. पीएलए की स्थापाना एक अगस्त 1927 को तब की गई थी जब माओ त्सेतुंग के नेतृत्व में सत्तारूढ़ सीपीसी (चीन की कम्युनिस्ट पार्टी) ने उनके राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाया था. यह उन राष्ट्रीय सेनाओं में से एक है, जो चीनी सरकार की बजाय अब भी सीपीसी के नेतृत्व में काम करती है. 

इस मौके पर शी ने पीएलए से सशस्त्र सेना निर्माण पर सीपीसी के विचारों को पूरी तरह लागू करने की अपील की, जिससे कि चीनी विशेषताओं के साथ सेना को मजबूत करने, नए परिस्थितियों के अनुरूप पीएलए को मजबूत करने के सीपीसी के लक्ष्य को पूरा करने और पीएलए को विश्व स्तरीय सेना बनाने का मार्ग प्रशस्त हो सके.

इस परेड में करीब 12,000 जवानों ने हिस्सा लिया और 129 विमान तथा 571 उपकरणों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया. डोंगफेंग मिसाइलें (जिसमें छोटी, बढे़ और मध्यम रेंज के रॉकेट शामिल हैं ) और हल्के टैंक तथा ड्रोन सहित विभिन्न तरह के हथियारों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया. सैनिकों ने हेलीकॉप्टर से युद्ध के समय तीव्रता से उतरने और युद्ध के लिये तैयार होने की भूमिका का प्रदर्शन किया. यह परेड ऐसे समय में आयोजित की गई जब सिक्किम क्षेत्र के डोकालाम में भारत और चीनी सैनिकों के बीच एक माह से गतिरोध चल रहा है. चीन कोरिया प्रायद्वीप की स्थिति और अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया में टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) मिसाइल की तैनाती करने को लेकर भी चिंतित है

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