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कीव: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच जहां यूक्रेन के लाखों लोग पड़ोसी देशों में शरण लिए हैं, वहीं चीन के युवा शादी के लिए इसी वक्त यूक्रेनियन दुल्हन (Ukrainian Bride) तलाश रहे हैं. Meilishka Match Making Service जैसी कंपनियां इसकी पुष्टि की है. इस कंपनी का दावा है कि फिलहाल यूक्रेन की लड़कियों में चीन के पुरुषों का इंटरेस्ट दोगुना हो चुका है.
यूक्रेन में मची अफरातफरी और आपाधापी के बीच जिन लड़कियों को अपना भविष्य खतरे में दिख रहा है या यूक्रेन की वो युवतियां और महिलाएं जो अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं, उनके लिए चीन के लोग खुद को बेहतर विकल्प बताने हुए उनसे शादी के प्रपोजल भेज रहे हैं.
न्यूयॉर्क पोस्ट में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक MailOrderBrideAdvisor जैसी साइट्स पर मैचमेकिंग के लिए अजीबोगरीब तर्क दिए जा रहे हैं. इसके विज्ञापन में कहा जा रहा है कि यूक्रेन की दुल्हन मिलने से आपको न केवल एक प्यार करने और देखभाल करने वाली पत्नी मिलती है, बल्कि उसमें कुछ ऐसी खास बात होती है जो पश्चिमी देशों की लड़कियों में नहीं होती है.
चीन के पुरुष जहां पहले एक दिन में 5 यूक्रेनी लड़कियों के बारे में पूछताछ करते थे वहीं अब ये आंकड़ा दोगुना हो चुका है. Meilishka Match Making Service की ओर से कहा जा रहा है कि चीन के लड़कों को लगता है कि इस वक्त यूक्रेनियन लड़कियां संकट में होंने की वजह से अपने लिए सुरक्षित जगह ढूंढ रही हैं. ऐसे मुश्किल हालातों में यूक्रेन की लड़कियां चीनी पतियों को बेहतर विकल्प मान सकती हैं.
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ये वेबसाइट्स चीनी मर्दों से 1,000 अमेरिकी डॉलर से लेकर 14,000 डॉलर तक के पैकेज दे रही हैं. जिसमें रूस, यूक्रेन और बेलारूस की महिलाओं के साथ शादी कराने का ऑफर दिया जा रहा है. लेकिन सबसे ज्यादा दिलचस्पी यूक्रेन की दुल्हनों (Brides) के लिए देखी जा रही है.
मीलिश्का के आंकड़ों के मुताबिक 748 यूक्रेनियन लड़कियों ने चीनी लाइफ पार्टनर के लिए दिलचस्पी दिखाई है वहीं दूसरी ओर सैकड़ों चीनी लड़के यूक्रेन की दुल्हन पाने की चाहत में लगातार पूछताछ कर रहे हैं. कंपनी का दावा है कि अब तक करीब 10 मैचमेकिंग हो भी चुकी हैं.
चीन में मैच मेकिंग सर्विस या फिर ‘मेल ऑर्डर ब्राइड’ एक पॉपुलर कॉन्सेप्ट है. दरअसल चीन की पॉपुलेशन कंट्रोल पॉलिसी की सख्ती के चलते अक्सर चीनी प्रांतों में लिंगानुपात बिगड़ने की खबरें आती है. वन चाइल्ड पॉलिसी के चक्कर में अधिकतर लोगों ने लड़कों को प्राथमिकता दी ऐसे में लड़कियों की आबादी बीते 35 साल में चिंताजनक यानी बहुत कम हो गई. यही वजह है कि चीनी मर्द हमेशा अपने लिए विदेशी दुल्हन की तलाश में रहते हैं. उनकी प्राथमिकता में पूर्वी यूरोप के छोटे छोटे देश होते हैं. चीन और यूक्रेन में मैचमेकिंग पहले भी होती रही हैं लेकिन रूस के हमले के बाद ये आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ा है.