DNA With Sudhir Chaudhary: Twitter की चिड़िया को अपने पिंजरे में कैद क्यों करना चाहते हैं Elon Musk?
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DNA With Sudhir Chaudhary: Twitter की चिड़िया को अपने पिंजरे में कैद क्यों करना चाहते हैं Elon Musk?

DNA With Sudhir Chaudhary: Elon Musk ने 43 billion dollar यानी लगभग 3 लाख 29 हजार करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. अब बोर्ड मेंबर्स Elon Musk की इस डील पर अंतिम मोहर लगाने की तैयारी में है.

फोटो साभार: वीडियोग्रैब

DNA With Sudhir Chaudhary: क्या Twitter का मालिक बदलने वाला है? समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अब दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति Elon Musk Twitter के नए मालिक हो सकते हैं. Elon Musk ने 43 billion dollar यानी लगभग 3 लाख 29 हजार करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर के बोर्ड ने मस्क के इस प्रस्ताव को मान लिया है. हालांकि अभी इस डील की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन जैसे ही ये खबर सामने आई, Twitter पर Elon Musk BuyTwitter ट्रेंड करने लगा.  Elon Musk ने भी इन रिपोर्ट्स के बीच एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा (I hope that even my worst critics remain on twitter, because that is what free speech means)

अभी Elon Musk के पास हैं 9.2 प्रतिशत शेयर

फिलहाल Elon Musk के पास Twitter के 9.2 प्रतिशत शेयर हैं. और सभी 100 प्रतिशत शेयर खरीदने के लिए Elon Musk ने Twitter के एक शेयर के बदले 54.20 डॉलर यानी करीब चार हजार रुपये  की बोली लगाई थी. इस तरह ये ऑफर 43 billion dollar यानी लगभग 3 लाख 29 हजार करोड़ रुपये का हुआ. हालांकि Twitter बोर्ड ने कंपनी के टेकओवर को रोकने के लिए काफी प्रयास किए थे. लेकिन रॉयटर्स के अनुसार अब बोर्ड मेंबर्स Elon Musk की इस डील पर अंतिम मोहर लगाने की तैयारी में है.

क्यों खरीदना चाहते हैं ट्विटर?

लेकिन यहां आपको ये भी जरूर जानना चाहिए कि  Elon Musk Twitter को क्यों खरीदना चाहते हैं.  Twitter की Balance Sheet काफी कमजोर है, इसके बावजूद Elon Musk इसे खरीदना चाहते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि Elon Musk असल में Twitter को पैसे के लिए नहीं बल्कि प्रभाव के लिए खरीदना चाहते हैं. वो अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा के नाम पर ट्विटर की चिड़िया को अपने पिंजरे में कैद करना चाहते हैं. रिपोर्ट्स के मुतबिक Elon Musk Twitter को 3 लाख 29 हजार करोड़ रुपये में खरीद रहे हैं. ये पैसा इतना ज्यादा है कि इससे श्रीलंका जैसे देश का आधे से ज्यादा कर्ज चुकाया जा सकता है. हालांकि इस डील को लेकर दुनियाभर की बड़ी-बड़ी कंपनियां और उद्योगपति काफी हैरानी जता रहे हैं. क्योंकि Twitter एक ऐसी कंपनी है, जो पिछले कई वर्षों से लगातार घाटे में है.

इसलिए आपके मन में भी ये सवाल जरूर होगा कि जो कंपनी शुरुआत से ही घाटे में है, उसे Elon Musk तीन लाख 29 हजार करोड़ रुपये में क्यों खरीदना चाहते हैं? आखिर Twitter में ऐसा क्या है कि Elon Musk को ये घाटा नजर नहीं आ रहा?

अभिव्यक्ति की आजादी चाहते हैं Elon Musk

Elon Musk ने कहा है कि वो कारोबार करने के मकसद से Twitter को नहीं खरीदना चाहते. बल्कि वो इस सोशल मीडिया Platform को खरीद कर ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दुनिया में Twitter का इस्तेमाल करने वाले लोगों को इसके माध्यम से Freedom of Speech यानी अभिव्यक्ति की आजादी मिलती रहे. और वो इस Platform के माध्यम से अपने विचार और अपनी बात दुनिया तक पहुंचाते रहे.

सच्चाई कुछ और ही है

सच ये है कि Elon Musk Twitter को घाटे में होने के बावजूद इसलिए खरीदना चाहते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि आज के इंटरनेट युग में जो काम एक ट्वीट कर सकता है, वो काम एक बम भी नहीं कर सकता. यानी Elon Musk को पता है कि अगर Twitter का नियंत्रण उनके हाथों में आ गया तो वो दुनिया के बड़े-बड़े Influencers और Blue Tick वाले लोगों को आसानी से प्रभावित कर पाएंगे. संक्षेप में कहें तो वो Twitter की Soft Power का इस्तेमाल करना चाहते हैं. और इस Soft Power को आप इन आंकड़ों से समझ सकते हैं. 

इतने हैं दुनिया भर में Twitter Users

वर्ष 2010 में दुनियाभर में Twitter के कुल Users की संख्या पांच करोड़ 40 लाख थी. लेकिन वर्ष 2021 में ये संख्या बढ़ कर लगभग 40 करोड़ हो चुकी है, जिनमें से 20 करोड़ 60 लाख Users हर दिन Twitter Access करते हैं. इस समय दुनिया में जितने लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, उनमें से 8.85 प्रतिशत Users, Twitter Access करते हैं. इसके अलावा Internet के 7.2 प्रतिशत Users महीने में एक बार Twitter का इस्तेमाल जरूर करते हैं. Twitter के सबसे ज्यादा 7 करोड़ 30 लाख Users अमेरिका में हैं. इसके बाद इस सूची में जापान का नम्बर आता है, जहां Twitter के 5 करोड़ 55 लाख Users हैं. और भारत में Twitter का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 2 करोड़ 21 लाख है. इसके अलावा Twitter पर सबसे ज्यादा 38.5 प्रतिशत Users ऐसे हैं, जिनकी उम्र 25 से 34 साल के बीच है. जबकि 18 से 24 साल के 17.1 प्रतिशत लोग Twitter इस्तेमाल करते हैं.

बड़ी-बड़ी हस्तियां भी हैं ट्विटर पर 

इसके अलावा Twitter पर Barack Obama से लेकर Justin Bieber और भारत के प्रधानमंत्री Narendra Modi से लेकर Elon Musk तक हैं. यानी दुनिया के तमाम बड़े Celebrities चाहे वो नेता हों, अभिनेता हों, खिलाड़ी हों या किसी और क्षेत्र से हों, वो सब Twitter पर हैं. यानी Twitter का प्रभाव उसके बिजनेस के साइज और Users की संख्या से काफी बड़ा है. क्योंकि ये Platform लोगों को एक ऐसा मंच देता है, जहां खबरें भी ब्रेक होती हैं और Narratives भी गढ़े जाते हैं. और यही बात Twitter को एक शक्तिशाली टूल के रूप में स्थापित करती हैं.

करोड़ों लोगों का Data भी है बड़ा फायदा

आज आप क्या सोचते हैं, आपकी पसंद-नापसंद क्या है, आपके राजनीति विचार क्या हैं, आप अपने देश और अपनी सरकार को लेकर क्या सोचते हैं, अलग अलग मुद्दों को लेकर आपकी क्या धारणा है, इसका सारा Data आज इन सोशल मीडिया कम्पनियों के पास है. और किसी भी कंपनी के पास आपका ये सारा Data होने का मतलब है कि वो आपके तमाम फैसलों को आसानी से प्रभावित कर सकती है. यानी आज अगर Twitter को Elon Musk ने खरीद लिया तो उनके पास दुनिया के करोड़ों लोगों का Data आ जाएगा और वो छोटे-बड़े देशों की सरकारों और वहां के समाज पर अपनी नीतियों के हिसाब से असर डाल पाएंगे. भारत भी इससे नहीं बच पाएगा.

व्यापार बचाने के लिए Twitter की मदद 

इसे आप एक और उदाहरण से समझिए. मान लीजिए भविष्य में कोविड जैसी कोई महामारी आती है और भारत जैसा देश अपने लोगों की जान बचाने के लिए वहां लॉकडाउन लगा देता है. लेकिन Elon Musk को लगता है कि इस लॉकडाउन की वजह से उनकी फैक्ट्रियां बन्द हो जाएंगी और उनका कारोबार ठप पड़ जाएगा. इसलिए वो ऐसी स्थिति में Twitter का इस्तेमाल किसे बचाने के लिए करेंगे, लोगों की जान बचाने के लिए करेंगे या अपना व्यापार बचाने के लिए करेंगे. सम्भव है कि वो अपना व्यापार बचाने के लिए ही Twitter की मदद से भारत की सरकार पर दबाव बनाएंगे और लॉकडाउन के खिलाफ Campaign चलाएंगे. जैसा कि उन्होंने कोविड के दौरान भी किया था.

ये काम भी कर सकते हैं Elon Musk

Elon Musk ये भी जानते हैं कि वो Twitter की मदद से दुनिया के छोटे-बड़े सभी देशों की सरकारों को Blackmail करने की क्षमता हासिल कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल अपनी नीतियों और Business Model को लागू करने के लिए कर सकते हैं. हालांकि Elon Musk ये सब Free Speech के नाम पर करना चाहते हैं. जबकि उनका और उनकी कम्पनी का इतिहास बोलने की आजादी के अधिकार को लेकर ज्यादा अच्छा नहीं हैं. हाल ही में Tesla के एक कर्मचारी ने जब सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना की थी तो कम्पनी ने इस कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया था. इसके अलावा चीन में जब Tesla का विरोध हो रहा था तो Elon Musk ने चीन की सरकार से ये आग्रह किया था कि वो अपने सोशल मीडिया Platforms से Tesla के खिलाफ लिखी गई तमाम Post हटा दे.

वहीं Elon Musk जब Twitter के मालिक बन जाएंगे, तो क्या कोई उनकी आलोचना कर पाएगा? क्या कोई उनकी कंपनी, कारोबार या नीति के खिलाफ आवाज उठा पाएगा? तब उसी Free Speech का क्या होगा, इस पर आपको विचार करने की जरूरत है.

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