ट्रंप ने किम के साथ शिखर वार्ता के लिए दक्षिण कोरिया में असैन्य क्षेत्र का सुझाव दिया
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ट्रंप ने किम के साथ शिखर वार्ता के लिए दक्षिण कोरिया में असैन्य क्षेत्र का सुझाव दिया

वर्ष 1953 के बाद दक्षिण कोरियाई धरती पर कदम रखने वाले उत्तर कोरिया के पहले नेता किम बैठक के लिए दक्षिण कोरियाई मून जेई इन के साथ पीस हाउस गये थे

वर्ष 1953 के बाद दक्षिण कोरियाई धरती पर कदम रखने वाले उत्तर कोरिया के पहले नेता किम बैठक के लिए दक्षिण कोरियाई मून जेई इन के साथ पीस हाउस गये थे (फाइल फोटो)

वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दक्षिण कोरिया के असैन्य क्षेत्र को उत्तर कोरियाई नेता किम जांग उन के साथ उनकी बैठक का संभावित स्थल बनाने का सुझाव दिया.  यह असैन्य क्षेत्र कोरियाई प्रायद्वीप में फैला भूखंड है. इसे कोरियाई सैन्य समझौते के प्रावधान के तहत स्थापित किया गया है.  ट्रंप ने ट्वीट करके सवाल किया कि बैठक के लिए कई देशों के नामों पर विचार किया जा रहा है लेकिन क्या तीसरे देश के बजाय उत्तर और दक्षिण कोरिया की सीमा पर शांति सदन या स्वतंत्रता सदन ( पीस हाउस , फ्रीडम हाउस ) ज्यादा बेहतर , महत्वपूर्ण और हमेशा के लिए यादगार स्थल होगा ? केवल पूछ रहा हूं !’’ 

वर्ष 1953 के बाद दक्षिण कोरियाई धरती पर कदम रखने वाले उत्तर कोरिया के पहले नेता किम बैठक के लिए दक्षिण कोरियाई मून जेई इन के साथ पीस हाउस गये थे.  व्हाइट हाउस के अधिकारी ट्रंप और किम के बीच प्रस्तावित बैठक के लिए संभावित स्थल खोजने में जुटे हैं और सिंगापुर तथा मंगोलिया इस सूची में शामिल हैं.  न्यूयार्क टाइम्स ने खबर दी कि अधिकारियों ने पीस हाउस की संभावना से निजी रूप से मना किया था.  ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता से मिलने का न्यौता स्वीकारा था. यह अमेरिका तथा उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच पहली मुलाकात होगी. 

बता दें कि ट्रंप ने शनिवार 28 अप्रैल को डेट्रॉयट के बाहर विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि, 'हम वो चीजें कर रहे हैं, जो अच्छी हैं. मुझे लगता है कि दोनों देशों की बैठक अगले तीन से चार सप्ताह के भीतर होगी. यह बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक होगी.' डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा, 'कोरियाई प्रायद्वीप का परमाणु निरस्त्रीकरण हम देखेंगे कि यह कैसे होगा'. किम जोंग और ट्रंप के बीच की यह प्रस्तावित बैठक दोनों की पहली मुलाकात होगी. हालांकि, यह बैठक किस स्थान पर होगी, इसका अभी पता नहीं चल पाया है.

कोरिया ने दिया अमेरिका को श्रेय
डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से शनिवार सुबह बात की. राष्ट्रपति मून ने किम जोंग के साथ संबंधों में बहाली का श्रेय अमेरिका को दिया है. ट्रंप ने कहा, 'उन्होंने (मून) हमें इसका श्रेय दिया. उन्होंने हमें ही पूरा श्रेय दिया.'

65 साल बाद नॉर्थ कोरिया का शासक पहुंचा दक्षिण कोरिया
उत्तर कोरिया का शासक किम जोंग उन का दक्षिण कोरिया जाना ऐतिहासिक कदम था. ये 65 साल बाद था जब उत्तर कोरिया का कोई शासक दक्षिण कोरिया गया. अंतर कोरियाई सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए किम ने पैदल ही सीमा पार की थी, जिसके बाद किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने मून जे इन से हाथ मिलाया था. इस मुलाकात के दौरान किम जोंग ने मून से कहा था, 'आपसे मिलकर खुशी हुई. मैं यहां इस तरह के ऐतिहासिक स्थान पर मिलकर अपनी उत्सुकता नहीं रोक सकता. यह बहुत ही भावुक है कि आप राष्ट्रपति यहां पनमुनजोम में मेरे स्वागत के लिए आए.' इस दौरान किम जोंग ने मून जे इन को उत्तर कोरियाई सीमा की तरफ आने का न्यौता देते हुए सभी को हैरान कर दिया था. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.

(इनपुट भाषा)

 

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