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वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के अड़ियल रुख के चलते अमेरिका में कोहराम मच गया है. ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की. इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प भी हुई. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वाशिंगटन के मेयर ने कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है. बताया जा रहा है कि हंगामे के दौरान हुई हिंसा में गोली लगने से एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई है. यह हंगामा ऐसे समय में हुआ जब यहां नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को चुनाव जीतने का सर्टिफिकेट दिया जाना था. वहीं, इस हंगामे के बाद ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को 12 और इंस्टाग्राम ने 24 घंटों के लिए सस्पेंड कर दिया है. जिसका मतलब है कि ट्रंप फिलहाल कोई नया पोस्ट नहीं डाल पाएंगे.
निर्वाचन नतीजों पर अमेरिकी संसद की बुलाई गई बैठक से पहले डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) समर्थकों की भीड़ ने व्हाइट हाउस और अमेरिकी कैपिटल भवन के बाहर इकट्ठा होना शुरू कर दिया था. जिसके बाद अचानक से भीड़ ने कैपिटल बिल्डिंग पर हमला बोल दिया. समर्थक इतनी ज्यादा तादाद में थे कि पुलिसकर्मियों ने लिए उन्हें रोक पाना संभव नहीं था. उग्र समर्थक डोनाल्ड ट्रंप की जीत के नारे लगा रहे थे. हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही रोक दी गई और सदस्यों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला गया.
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस हिंसा को राजद्रोह बताया है. उन्होंने कहा कि भीड़ वापस लौटे और लोकतंत्र को काम करने दे. बाइडेन ने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता कि राष्ट्रपति अच्छा है या बुरा लेकिन एक राष्ट्रपति के शब्द मायने रखते हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप से कह रहा हूं कि अभी नेशनल टेलीविजन पर आकर अपनी शपथ पूरी करें, संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें.
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ट्रंप समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है जिसमें कई घायल बताए जा रहे हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैसे के गोले दागने पड़े हैं. वॉशिंगटन डीसी के पुलिस प्रमुख ने कहा कि ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में घुसने के लिए पुलिस बल पर रासायनिक पदार्थ फेंके. जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को आंसू गैसे के गोले दागने पड़े.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों से शांति की अपील की है. व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश पर नेशनल गार्ड और दूसरी केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान रवाना कर दिए गए हैं. हम हिंसा के खिलाफ हैं और शांति बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति की अपील को दोहरा रहे हैं. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर कैपिटल बिल्डिंग को बंद कर दिया गया है.
Disgraceful scenes in U.S. Congress. The United States stands for democracy around the world and it is now vital that there should be a peaceful and orderly transfer of power.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) January 6, 2021
इस हिंसक घटना को लेकर अमेरिका की चारों तरफ निंदा हो रही है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट करके कहा है कि अमेरिका दुनिया भर में लोकतंत्र का समर्थन करता है. इसलिए ये जरूरी है कि शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का हस्तांतरण हो. वहीं, फ्रेंच मिनिस्टर Jean-Yves Le Drian ने हिंसा को लोकतंत्र पर हमला करार दिया है. नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने भी ट्वीट करके चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका में स्थिति चौंकाने वाली है. लोकतंत्र में चुनावी परिणामों का सम्मान किया जाना चाहिए.
वहीं, इस हंगामे के बीच ट्विटर के बाद फेसबुक और YouTube ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक वीडियो को हटा दिया. इन सोशल साइट्स ने उस वीडियो को हटा दिया है, जिसमें यूएस कैपिटल में हिंसा के दौरान ट्रंप द्वारा अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले, ट्विटर सेफ्टी टीम की ओर से कहा गया कि 12 घंटे के लिए ट्रंप के अकाउंट को लॉक किया गया है और अगर आपत्तिजनक ट्वीट नहीं हटाए गए तो यह हमेशा के लिए बंद रहेगा. इंस्टाग्राम ने भी डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को बंद कर दिया है. इंस्टाग्राम के प्रमुख एडम मोसेरी ने कहा कि हम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इंस्टाग्राम अकाउंट को 24 घंटे के लिए बंद कर रहे हैं.