डेटा सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए Facebook लॉन्च करेगी Physical Security Keys, कुछ नहीं कर पाएंगे हैकर
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डेटा सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए Facebook लॉन्च करेगी Physical Security Keys, कुछ नहीं कर पाएंगे हैकर

हैकर्स के खतरों से बचने के लिए फेसबुक अब तक टू-स्टेप वेरिफिकेशन और रियल-टाइम मॉनिटरिंग का इस्तेमाल करती रही है, लेकिन अगले साल से वो ‘फिजिकल सेफ्टी की’ भी इस्तेमाल करेगी. कंपनी का मानना है कि इससे डेटा सुरक्षा काफी बेहतर हो जाएगी.

फाइल फोटो

वॉशिंगटन: दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक (Facebook) डेटा सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए अगले साल से दुनियाभर के यूजर को ‘फिजिकल सिक्योरिटी सेफ्टी की’ (Physical Security Keys) उपलब्ध कराएगी. फेसबुक का कहना है कि हैकिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए उसका यह कदम बेहद कारगर साबित होगा और इससे यूजर के डेटा को बेहतर ढंग से प्रोटेक्ट किया जा सकेगा. फेसबुक की सुरक्षा नीति के प्रमुख नथानिएल ग्लीइकर ने बताया कि यूजर्स को ये ‘फिजिकल की’ या टोकन खरीदना होगा.  

  1. खरीदनी होगी 'फिजिकल सिक्योरिटी सेफ्टी की'
  2. अगले साल से मिल सकती है सुविधा
  3. अभी हाई-प्रोफाइल अकाउंट को मिलती है ये सुविधा

इस्तेमाल से पहले करना होगा Register
Facebook की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यूजर विभिन्न रिटेलर्स से या ऑनलाइन ये ‘फिजिकल की’ (Physical Security Keys) खरीद सकेंगे. उन्हें फेसबुक के साथ ‘की’ को रजिस्टर करना होगा, उसके बाद ही ‘की’ को इस्तेमाल किया जा सकेगा. फेसबुक ने कहा है कि हैकर्स अहम लोगों के सोशल मीडिया हैंडल से जुड़ी जानकारियों को निशाना बनाते हैं. भले ही आप कोई सेलिब्रेटी न हों, आपका डेटा हमेशा जोखिम में बना रहता है. इसी को ध्यान में रखते हुए ‘फिजिकल सेफ्टी की’ उपलब्ध कराई जाएगी.

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Hackers के लिए घुसपैठ नहीं होगी आसान 

हैकर्स के खतरों से बचने के लिए फेसबुक अब तक टू-स्टेप वेरिफिकेशन और रियल-टाइम मॉनिटरिंग का इस्तेमाल करती रही है, लेकिन अगले साल से वो ‘फिजिकल सेफ्टी की’ भी इस्तेमाल करेगी. कंपनी का मानना है कि यूजर सिक्योरिटी ‘की’ का इस्तेमाल करेगा, तो हैकर उसके अकाउंट में घुसपैठ नहीं कर पाएगा, भले ही वह पासवर्ड क्रैक कर ले. अब तक फेसबुक ऐसी सुरक्षा अमेरिकी नेताओं, सरकारी एजेंसियों जैसे हाई-प्रोफाइल अकाउंट के लिए उपलब्ध करवाती रही है. अब अगले साल से दुनियाभर के आम यूजर भी लॉगइन से पहले पहचान सत्यापन के लिए ‘फिजिकल सेफ्टी की’ इस्तेमाल कर सकेंगे.

कीमत का नहीं किया खुलासा

कंपनी का कहना है कि ‘फिजिकल सेफ्टी की’ पेन ड्राइव की तरह होगी, जिसे USB पोर्ट में लगाना होगा. बता दें कि गूगल ने सबसे पहले ‘यूएसबी सिक्योरिटी की’ 2014 में लॉन्च की थी. अब फेसबुक भी उसी रास्ते पर आगे बढ़ रही है. हालांकि, कंपनी ने अभी ‘फिजिकल सेफ्टी की’ की कीमत का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही फेसबुक इस संबंध में घोषणा करेगी.

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