UNESCO: सऊदी अरब और Europe के 5 स्थल World Heritage List में शामिल, जानें किसे मिली जगह
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UNESCO: सऊदी अरब और Europe के 5 स्थल World Heritage List में शामिल, जानें किसे मिली जगह

सूची में 16वीं और 17वीं शताब्दी के दौरान फ्रांस के चट्टानी पठार पर मौजूद कॉडरअन का लाइटहाउस भी शामिल है. इस काम के लिए बनी कमेटी आवेदन के लिए आई एंट्री की समीक्षा करने के साथ मौजूदा साइटों के संरक्षण की स्थिति की जांच करती है. 

ग्रेट स्पा टाउंस ऑफ यूरोप फोटो साभार: (UNESCO)

पेरिस: यूनेस्को (UNESCO) ने सऊदी अरब (Saudi Arab) और यूरोप (Europe) की पांच कल्चरल साइट्स को वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट (World Heritage List) में शामिल किया है. न्यूज़ एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार चीन के फूजौन प्रांत की अध्यक्षता में आयोजित यूनेस्को विश्व विरासत समिति के 44वें सत्र की बैठक के दौरान ये फैसला लिया गया है.

  1. अरब-यूरोप के पांच स्थल वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल
  2. वर्ल्ड हैरिटेज कमेटी की बैठक के में लिया गया फैसला
  3. इनमें से अधिकांश स्मारक प्राचीन स्थिति में संरक्षित हैं

सऊदी के हिमा कल्चरल सेंटर को जगह

अहम बैठक के बाद यूनेस्को कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दक्षिण पश्चिम सऊदी अरब के पहाड़ी इलाके में स्थित हिमा कल्चरल सेंटर को विश्व धरोहर में जगह मिली है. क्योंकि यहां 7,000 सालों की सामाजिक गतिविधियों में शिकार, जीवों, वनस्पतियों और जीवन शैली को दशार्ने वाली रॉक कला छवियों का एक बड़ा संग्रह है.

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साइट पर आए यात्रियों और सेनाओं ने सदियों से और 20 वीं शताब्दी के अंत तक रॉक शिलालेखों और पेट्रोग्लिफ्स का खजाना छोड़ दिया, जिनमें से अधिकांश प्राचीन स्थिति में संरक्षित हैं.

यूरोप की धरोहरों का बढ़ा मान

इस लिस्ट में ट्रांस-नेशनल साइट, द ग्रेट स्पा टाउन ऑफ यूरोप भी शामिल है जिसमें 7 यूरोपीय देशों के 11 शहर शामिल हैं. ये देश हैं ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चेक गणराज्य, फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन (UK) हैं. वहीं पश्चिम-मध्य जर्मनी स्थित डार्मस्टैड आर्टिस्ट्स कॉलोनी, 1897 में वास्तुकला, कला और शिल्प में उभरते सुधार आंदोलनों के केंद्र के रूप में स्थापित हुई जो अब प्रारंभिक आधुनिक वास्तुकला, शहरी नियोजन और बेहतरीन डिजाइन का प्रमाण है.

इस फैसले के बाद संबंधित शिलालेख का काम 28 जुलाई तक जारी रहेगा.

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