War in Gaza: इजरायल के खिलाफ अपने संघर्ष को एकजुट करने के लिए हमास और यमन के हूती विद्रोहियों ने एक बैठक की है. हमास और हूती विद्रोही 'एक्सिस ऑफ रेजिस्टेंस' यानि 'प्रतिरोध की धुरी', से संबंध रखते हैं. 'एक्सिस ऑफ रेजिस्टेंस' दरअसल मध्य-पूर्व के इस्लामी गैर सरकारी गुटों का अनौपचारिक गठबंधन है. इन्हें ईरान का समर्थन हासिल है. इसमें लेबनाना के हिजबुल्लाह और इराकी मिलिशिया भी शामिल हैं.
7 अक्टूबर को इज़राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से हूती लगातार लाल सागर के जहाजों पर हमला कर रहे हैं. उनका कहना है कि वे गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता में इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बना रहे हैं.
बैठक में कौन-कौन शामिल हुआ
एएफपी के मुताबिक हमास और इस्लामिक जिहाद के सूत्रों ने बताया कि दो फिलिस्तीनी इस्लामी ग्रुप के नेताओं और मार्क्सवादी पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन नाम के संगठन ने पिछले हफ्ते हूती प्रतिनिधियों के साथ एक ‘महत्वपूर्ण बैठक’ की.
सूत्रों ने बताया कि इन ग्रुप्स ने गाजा युद्ध के ‘अगले चरण’ में (इजरायल को) जवाब देने के लिए अपने कामों के कोऑर्डिनेशन के लिए एक सिस्टम बनाने पर पर चर्चा की. फिलिस्तीनी ग्रुप और हूतियों ने दक्षिणी गाजा के राफा में संभावित इजरायली जमीनी हमले के बारे में भी चर्चा की.
गाजा में मिलिट्री प्लान को नेतन्याहू की मंजूरी
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा में हमास के आखिरी गढ़ राफा में और उसके आसपास लगभग 1.5 मिलियन लोगों मौजूद हैं. इनमें से ज्यादातर विस्थापित हैं और बेहद मुश्किल हालात में मिस्र की सीमा के पास फंसे हुए हैं.
एएफपी के मुताबिक इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने राफा में एक ऑपरेशन के लिए मिलिट्री प्लान को मंजूरी दे दी है.
हूती जारी रखेंगे लाल सागर में हमले
हमास और इस्लामिक जिहाद के सूत्रों ने बताया कि हूतियों ने ‘फिलिस्तीनी प्रतिरोध का समर्थन करने’ के लिए लाल सागर के जहाजों पर अपने हमले जारी रखेंगे.
विद्रोहियों के नेता अब्दुल मलिक अल-हूती ने गुरुवार को कहा कि उनके हमले दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप से होकर लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों को निशाना बनाने तक फैल जाएंगे.
31 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत
7 अक्टूबर को हमास के सबसे बड़े हमले में इजरायल में लगभग 1,160 मौतें हुईं, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. फिलिस्तीनी ग्रुप ने लगभग 250 इज़रायली और विदेशी लोगों को भी बंधक लिया था, जिनमें से दर्जनों को नवंबर में एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान रिहा कर दिया गया था. इजरायल का मानना है कि गाजा में लगभग 130 बंदी बचे हैं, जिनमें 32 मृत मान लिए गए हैं.
हमास के हमले के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया और गाजा पर हवाई और जमीनी हमले शुरू कर दिए. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमास के खिलाफ इज़राइल के जवाबी अभियान में गाजा में कम से कम 31 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. वहीं 73 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.