हिजबुल्लाह का रॉकेट हमला.. फिर इजरायल की बमबारी, लेबनान में कैसे हैं हालात; 10 पॉइंट्स में समझें
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हिजबुल्लाह का रॉकेट हमला.. फिर इजरायल की बमबारी, लेबनान में कैसे हैं हालात; 10 पॉइंट्स में समझें

Lebanon News: लेबनान और इजरायल के बीच के संघर्ष ने एक बार फिर मिडिल ईस्ट को संकट में डाल दिया है. हिजबुल्लाह द्वारा उत्तरी इजरायल पर रॉकेट हमले के जवाब में, इजरायल ने बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. दोनों ओर से हो रहे हमलों से एक बता दुनिया का ध्यान उस तरफ है.

हिजबुल्लाह का रॉकेट हमला.. फिर इजरायल की बमबारी, लेबनान में कैसे हैं हालात; 10 पॉइंट्स में समझें

Israel Hezbollah War: गाजा में तबाही मचाने के बाद इजरायल ने लेबनान की तरफ रुख किया तो पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया. इसी कड़ी में शनिवार को हिजबुल्लाह ने जब पलटवार किया और लेबनान से उत्तरी इजराइल पर कई रॉकेट हमले किए तो मामला गर्म हुआ. फिर इजरायल ने भीषण बमबारी शुरू कर दी. इस समय लेबनान में क्या स्थिति है और इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच चल रहा है, आइए 10 पॉइंट्स में समझते हैं. 

  1. टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार रात को हिजबुल्लाह ने इजरायल के यिरेल घाटी के उत्तरी कस्बों और शहरों पर कम से कम 10 मिसाइलें दागीं. यह अक्टूबर की शुरुआत में संघर्ष शुरू होने के बाद से हिजबुल्लाह द्वारा इजराइली क्षेत्र में सबसे गहरी घुसपैठ है. इजरायल रक्षा बल (IDF) ने अधिकांश मिसाइलों को रोक लिया, लेकिन एक 60 वर्षीय व्यक्ति को छर्रों से हल्की चोटें आईं.
  2. घटना के बाद हिजबुल्लाह ने मिसाइल हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसका निशाना रमात डेविड एयरबेस था. यह एयरबेस लेबनान की सीमा से 50 किलोमीटर दूर स्थित है और इजरायली वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थल है.
  3. फिर इस घटना के जवाब में, इजरायली जेट्स ने दक्षिणी लेबनान में कई बदले की कार्रवाई की. इजरायली रक्षा बल (IDF) ने बताया कि उसके हवाई हमलों ने हिजबुल्लाह के कम से कम 110 ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें रॉकेट लॉन्चर और संचालन संबंधी सुविधाएं शामिल थीं. IDF का दावा है कि उसने हिजबुल्लाह की आगे के रॉकेट हमलों की तैयारियों को सफलतापूर्वक बाधित कर दिया.
  4. IDF यानि कि इजरायली सेना ने अपने एक बयान में कहा कि शनिवार दोपहर के हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के लगभग 290 ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें हजारों रॉकेट लॉन्चर बैरल शामिल थे. यह कार्रवाई हिजबुल्लाह की रॉकेट दागने की क्षमताओं को खत्म करने की रणनीति का हिस्सा थी. इन हमलों को हिजबुल्लाह की बड़े पैमाने पर हमले करने की क्षमता को कमज़ोर करने के लिए पहले से ही अंजाम दिया गया.
  5. इजरायली हवाई हमलों की तीव्रता बढ़ने का कारण हिजबुल्लाह का पहले इजरायली सैन्य ठिकानों पर हमला था, जिसमें उत्तरी इजरायल और गोलान हाइट्स में सात स्थान शामिल थे. इजरायली सेना ने बताया कि इन संघर्षों के दौरान हिजबुल्लाह ने इजरायली बलों पर लगभग 90 रॉकेट दागे थे.
  6. इतना ही नहीं सैन्य ठिकानों के अलावा, इजरायल ने दक्षिणी बेरूत पर एक हवाई हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह के कुछ सीनियर कमांडरों की मौत हो गई. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में 37 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में तीन बच्चे और सात महिलाएं शामिल थीं. हिजबुल्लाह ने पुष्टि की कि उसकी प्रमुख रेडवान फोर्स के प्रमुख इब्राहिम अकिल की भी इस हमले में मौत हुई.
  7. अपने कमांडर की मौत के बाद, हिजबुल्लाह ने बदले की कसम खाई. अहमद महमूद वहबी, एक और वरिष्ठ हिजबुल्लाह कमांडर, भी इसी इजरायली हमले में मारे गए. हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने इस हमले की निंदा की, इसे युद्ध की कार्रवाई करार देते हुए इजरायल के खिलाफ बदला लेने का वादा किया.
  8. फिर संयुक्त राष्ट्र का बयान आया. उसने स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सभी पक्षों से "अधिकतम संयम" बरतने का आह्वान किया है. जर्मनी और अन्य देशों ने तुरंत तनाव कम करने का आग्रह किया है. यह भी कहा गया कि विशेष रूप से अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ इस्राइल-हिजबुल्लाह संघर्ष को क्षेत्रीय युद्ध में बदलने से रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
  9. मामले में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान दिया. उन्होंने युद्ध उद्देश्यों के विस्तार की घोषणा की, जिसमें उत्तरी इजरायल के उन निवासियों की वापसी भी शामिल है, जिन्हें हिजबुल्लाह के हमलों के कारण सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा था. नेतन्याहू ने कहा कि सेना का ध्यान हिजबुल्लाह की इजरायल की उत्तरी सीमाओं को खतरे में डालने की क्षमता को खत्म करने पर है और उन्होंने कहा कि देश की कार्रवाइयाँ खुद अपनी बात कहती हैं.
  10. इसी बढ़ते संघर्ष के बीच, अमेरिकी विदेश विभाग ने लेबनान में मौजूद अमेरिकी नागरिकों के लिए एक सलाह जारी की है, जिसमें उनसे कहा गया है कि वे देश छोड़ दें, जब तक कि वाणिज्यिक उड़ानें उपलब्ध हैं.

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