Infiltration at border: पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर घुसपैठ हुई, जिसे बीएसएफ के जवानों ने नाकाम कर दिया. यह घुसपैठ जम्मू जिले के आरएस पुरा सेक्टर में हुई. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) बलों ने इस कोशिश को नकाम कर दिया. तलाशी के दौरान जवानों को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है.
Trending Photos
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए आतंकी मंसूबों पर पानी फेर दिया है. जम्मू जिले के आरएस पुरा सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद भी किए हैं. सीमा सुरक्षा बल की ओर से जारी बयान के अनुसार, मध्य रात्रि में सतर्क बीएसएफ के जवानों ने संदिग्ध गतिविधि देखी. उन्होंने एक घुसपैठिये को आरएस पुरा सीमा क्षेत्र में बीएसएफ बाड़ की ओर आते देखा, इसके बाद जवानों ने घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया.
सुरक्षा बलों की सतर्कता से नाकाम हुई साजिश
BSF की सतर्कता और मुस्तैदी के चलते घुसपैठिया सीमा पार करने में नाकाम रहा. इसके बाद सुरक्षा बलों ने रातभर चौकसी बरती और सुबह की पहली किरण के साथ इलाके में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया.
यह भी पढ़ें- Quad summit 2024: PM मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री से अलग से क्यों की मुलाकात, आखिर किस बात का दिया धन्यवाद?
तलाशी अभियान के दौरान बरामद हुए ये हथियार
तलाशी के दौरान जवानों को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ, जिससे साफ संकेत मिलता है कि घुसपैठिए किसी बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे. अब तक बरामद किए गए हथियारों की सूची इस प्रकार है:
पिस्टल - 02 नग: ये पिस्टल छोटी दूरी की फायरिंग के लिए इस्तेमाल होती हैं, जो आमतौर पर नजदीकी हमलों में प्रयोग की जाती हैं.
मैगजीन - 04 नग और 9 एमएम की गोलियां - 20 नग: इन पिस्टल के साथ 9 एमएम की गोलियां भी मिली हैं, जो खतरनाक मंसूबों की ओर इशारा करती हैं.
रायफल AK 47 सीरीज - 01 नग: AK 47 रायफल आतंकियों की पसंदीदा हथियारों में से एक है, जो इसकी लंबी दूरी और घातक फायरिंग क्षमता के लिए जानी जाती है.
मैगजीन - 02 नग और 17 गोलियां: AK 47 के साथ दो मैगजीन और गोलियां भी बरामद की गई हैं, जो किसी बड़े हमले की तैयारी की ओर इशारा करती हैं.
चुनावी माहौल में सुरक्षा के लिए चुनौती
जम्मू-कश्मीर में इन दिनों विधानसभा चुनाव चल रहे हैं, ऐसे में इस तरह की घुसपैठ की कोशिशें सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन रही हैं. चुनावी माहौल में अशांति फैलाने के लिए आतंकी तत्व सीमा पार से घुसपैठ की लगातार कोशिशें कर रहे हैं. लेकिन BSF के जवानों की सतर्कता और मुस्तैदी के चलते इन घुसपैठियों के मंसूबे बार-बार नाकाम हो रहे हैं.
BSF की बड़ी कामयाबी
इस कार्रवाई को BSF की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में सतर्कता और बढ़ा दी है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. बीएसएफ का कहना है कि सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और किसी भी घुसपैठ को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
यह भी पढ़ें: क्या है कैंसर मूनशॉट प्रोग्राम? एक साल में 150,000 महिलाओं की मौत पर 'ब्रह्मास्त्र', भारत का इससे क्या होगा फायदा?