भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों के खिलाफ बढ़ते IED हमलों पर चिंता जताई
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भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों के खिलाफ बढ़ते IED हमलों पर चिंता जताई

भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों के खिलाफ बढ़ते आईईडी हमलों पर चिंता जताई है. 

संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में भारतीय सेना के सबसे ज्यादा सैनिक हैं.(फाइल फोटो)

संयुक्त राष्ट्र: भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों के खिलाफ बढ़ते आईईडी हमलों पर चिंता जताई है और ऐसे खतरों का मुकाबला करने के लिए मिशन की मदद करने के वास्ते सुरक्षा का बुनियादी ढांचा और संसाधनों को उन्नत करने के लिए ठोस प्रयास करने की मांग की है. संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में सुधार लाने के वास्ते सामूहिक कार्रवाई पर सुरक्षा परिषद में आयोजित एक खुली बहस में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि तन्मय लाल ने कहा कि बीते चार बरस में हिंसा की वजह से 176 शांति रक्षक हताहत हुए जिनमें से 43 आईईडी विस्फोट के कारण हताहत हुए हैं.

  1. 4 साल में हिंसा की वजह से 176 शांति रक्षक हताहत हुए
  2. 43 आईईडी विस्फोट के कारण शांति रक्षक हताहत हुए हैं
  3. खतरे से निपटने के लिए समर्पित संसाधन होने चाहिए

शांति रक्षा मिशनों पर हमलों की वजह सेप्राण गंवाने वाले संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षकों की बढ़ती संख्या पर‘ बहुत गंभीर चिंता जताते हुए’’ लाल ने कल कहा कि मिशन आईईडी खतरों का सामना कर रहा है और इस खतरे से निपटने के लिए समर्पित संसाधन होने चाहिए. उन्होंने शिविरों की सुरक्षा के बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए ठोस कोशिश करने पर जोर दिया. 

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साथ ही, वक्त पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने की क्षमता को भी बढ़ाने पर जोर दिया. लाल ने कहा कि रात में उड़ान भरने की क्षमता वाले हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल होना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में भारतीय सेना के सबसे ज्यादा सैनिक हैं. भारत ने 71 शांति रक्षा मिशनों में से करीब 50 में 200,000 सैनिक मुहैया कराये हैं. उन्होंने कहा कि कर्तव्य पालन के दौरान 168 भारतीय कर्मियों ने अपनी जान की कुर्बानी दी है. 

UN में भारत ने लगाई पाकिस्तान को लताड़
आपको बता दें कि 11 मार्च को संयुक्त राष्ट्र के ह्यूमन राइट्स काउंसिल (यूएनएचआरसी) के 37वें सेशन के दौरान भारत ने हाफिस सईद को पाकिस्तान में पनाह देने और उस पर कार्रवाई ना करने को लेकर निशाना साधा था. इस दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा गया कि उन्हें ऐसे राष्ट्र से लोकतंत्र और मानवाधिकार के बारे में सीखने की जरूरत नहीं है, जो खुद एक असफल देश है. भारत की ओर से पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों समेत अल्पसंख्यकों की जबरन शादी व धर्म परिवर्तन का मुद्दा भी उठाया गया.

पाकिस्तान दे रहा आतंकवाद को संरक्षण
भारत के स्थायी मिशन की सेकंड सेक्रटरी मिनी देवी कुमम ने संयुक्त राष्ट्र के ह्यूमन राइट्स काउंसिल के सामने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के रेजॉलूशन 1267 का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान सरकार यूएन द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए हाफिज सईद को संरक्षण दे रही है. सईद पाकिस्तान में खुलकर अपनी गतिविधियां कर रहा है. पाक में संयुक्त राष्ट्र के द्वारा बैन किए गए संगठनों को राजनीति की मुख्यधारा में लाने का काम जारी है. अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर ये संगठन पाकिस्तान में फंड इकट्ठा कर रहा है'. कुमम ने आगे कहा कि, 'पाकिस्तान लगातार भारतीय सीमा पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है'.

इनपुट भाषा से भी  

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