Khamenei: अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि अगर फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायल हमला जारी रखता है तो दुनिया की कोई भी ताकत मुसलमानों को उनसे लड़ने से नहीं रोक सकती है. खामेनेई ने यह भी कहा है कि गाजा पर बमबारी तुरंत बंद होनी चाहिए.
Trending Photos
Israel-Gaza War: इजरायल और हमास का युद्ध जारी है. इस युद्ध को लेकर ईरान की तरफ से लगातार इजरायल को चेतावनी दी जा रही है. इसी कड़ी में ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने कुछ ऐसा कह दिया जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि अगर फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायल हमला जारी रखता है तो दुनिया की कोई भी ताकत मुसलमानों को उनसे लड़ने से नहीं रोक सकती है. खामेनेई ने यह भी कहा है कि गाजा पर बमबारी तुरंत बंद होनी चाहिए.
'..तो दुनिया की कोई भी ताकत '
दरअसल, ईरान की राजधानी तेहरान में मंगलवार को छात्रों के एक ग्रुप को संबोधित करते हुए खामेनेई ने कहा कि इजरायल द्वारा फिलिस्तीनियों के साथ हो रहे अन्याय को देख रही है. अगर फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायल हमला जारी रखता है तो दुनिया की कोई भी ताकत मुसलमानों को उनसे लड़ने से नहीं रोक सकती है. खामेनेई ने बदले की कार्रवाई का संकेत देते हुए कहा कि दुनिया भर के मुसलमानों और प्रतिरोधक ताकतों को कोई नहीं रोक पाएगा. खामेनेई ने कहा कि प्रतिरोधक ताकतें भी जवाब देंगी, इसलिए इजरायल को अब रुक जाना चाहिए.
संघर्ष बढ़ने की चेतावनी दी
वहीं हाल ही में ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने संघर्ष बढ़ने की चेतावनी दी है. अब्दुल्लाहियन ने कहा कि 'प्रतिरोध मोर्चा' आने वाले समय में कार्रवाई कर सकता है. 'प्रतिरोध मोर्चा' क्षेत्र में सेनाओं का एक गठबंधन है, जिसमें ईरान द्वारा समर्थित शक्तिशाली लेबनानी समूह हिजबुल्लाह शामिल है. पिछले सप्ताह हिज़्बुल्लाह और इज़रायली सेना के बीच लेबनान-इज़राइली सीमा पर गोलीबारी हुई है, इससे यह आशंका पैदा हो गई है कि यह युद्ध में एक और मोर्चा बन सकता है.
बता दें कि हिजबुल्लाह के पास हथियारों का एक विशाल भंडार है, इसमें इजरायली क्षेत्र में गहराई तक हमला करने में सक्षम मिसाइलें हैं, साथ ही हजारों अच्छी तरह से प्रशिक्षित लड़ाके भी हैं. 'प्रतिरोध मोर्चे' में वे समूह भी शामिल हैं, जिनका ईरान सीरिया और इराक में समर्थन करता है. पश्चिमी देशों ने तेहरान को स्थिति को बढ़ाने के खिलाफ चेतावनी दी है और अब तक सीमा पार हिंसा पर काबू पा लिया गया है. फिलहाल खामेनेई की चेतावनी चर्चा में है.