Israel-Hamas War: हमास और इजराइल के बीच जारी जंग अब बंद हो सकती है, आइए जानते हैं जिस इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खा ली थी, उसे जंग क्यों रोकनी पड़ रही, और एक हजार से अधिक कैदियों को रिहा करना पड़ रहा.
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Gaza ceasefire proposal: हमास और इजराइल के बीच युद्धविराम की संभावना बढ़ गई है. इजराइल 1000 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की मांग को भी मान लिया है. सबसे खास बात इनमें से 100 पर हत्या सहित गंभीर अपराधों का आरोप है. लेकिन इजरायल इन सभी को छोड़ने पर राजी हो गया है.
कैसे हुई यह डील
रॉयटर्स में लिखे एक लेख के मुताबिक हमास ने मध्यस्थों और अमेरिका के सामने गाजा युद्धविराम प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव में हमास ने फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग की है. जिनमें से 100 कैदी इजरायल की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं.
इस प्रस्ताव में बताया गया है कि इजरायली जेलों में बंद 700-1,000 फिलिस्तीनियों की रिहाई के बदले में हमास इजरायली बंधकों को रिहा करेगा. जिसमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और बीमार बंधक शामिल हैं. कुछ इजरायली महिला सैनिकों की रिहाई भी शामिल है.
युद्धविराम के लिए कहां हुई बैठक
दोनों देशों के बीच जारी जंग को रोकने के लिए पिछले दो दिनों में दोहा, काहिरा और पेरिस में कई बैठकें हुईं. उधर इजराइली खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि कतर ने हमास के लीडरों को बता दिया है कि अगर वे अपनी अनुचित मांगों से पीछे नहीं हटते हैं, तो कतर उनके नेताओं को अपने देश से निर्वासित करने में देर नहीं लगाएगा.
कौन जंग को रोकने में कर रहा मदद
संघर्षविराम बातचीत में शामिल लोगों में इस्माइल हानियेह के नेतृत्व में वरिष्ठ हमास नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विशेष दूत ब्रेट मैकगर्क, कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अल-थानी और मिस्र के खुफिया प्रमुख मेजर जनरल अब्बास कामेल भी काहिरा में मध्यस्थता वार्ता में शामिल थे.
दोनों पक्ष अपनी पिछली मांगों से पीछे हटने को तैयार
इसके बाद हमास और इजराइल के बीच युद्धविराम की संभावना बढ़ गई है. दोनों पक्ष अपनी पिछली मांगों से पीछे हटने को तैयार हो गए हैं. हमास जहां युद्ध को स्थायी रूप से समाप्त करने की अपनी मांग की जगह इसे छह सप्ताह के लिए रोकने पर सहमत हो गया है, वहीं इज़राइल 1000 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर लगभग तैयार हो गया है.
गाजा में अभी तक 134 इजराइली बंधक हमास के पास
मीडिया रिपोर्ट की माने तो हमास 1000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने के बदले में सैनिकों सहित सभी इजरायली बंदियों को रिहा करेगा. इजराइली खुफिया एजेंसियों ने सरकार को सूचित किया है कि गाजा में अभी तक 134 इजराइली बंधक हमास के पास हैं, जिनमें से 32 की मौत हो गई है. इजराइली प्रधान मंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि 1000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने के बदले में हमास शेष 102 बंधकों को रिहा करेगा और 32 बंधकों के शवों को इजराइल भेजेगा.
इजरायल हमास की क्यों मान रहा मांग?
हमास की तरफ से की गई मांग पर इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि हमास की तरफ से जो प्रस्ताव पेश किया गया है, वह मांग अनुचित है. इसके बाद भी इजरायल हमास का कहना मान रहा है, उसके पीछे सबसे बड़ी वजह है गाजा में इजरायली बंधक.
इजराइल सभी बंधकों की वापसी के लिए कुछ भी करेगा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि उनका देश सभी बंधकों की वापसी के लिए कुछ भी करेगॉ. जिसमें एक हमास को खत्म करना भी था. पीएम ने अपने देश के नागरिकों से वादा किया था कि हमास के कब्जे में सभी इजराइली लोगों को वापस लाएंगे. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा था, "हम अपने मिशन को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं: हमारे सभी अपहृत लोगों की वापसी, जमीन के ऊपर और नीचे हमास का सफाया और यह वादा कि गाजा अब इजरायल के नागरिकों के लिए खतरा पैदा नहीं करेगा."
क्या पूरी तरह खत्म हो जाएगा जंग?
अभी तक जो गाजा में हालात हैं, उसको देखते हुए इजरायल हमास को खत्म किए बिना मानेगा नहीं, इससे बचने के लिए हमास ने प्रस्ताव दिया था. लेकिन इजरायल अपने लोगों की रिहाई के लिए कुछ दिनों के लिए जंग रोक सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रमजान में जंग को रोकने के लिए की थी अपील
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले घोषणा की थी कि रमजान महीने से पहले युद्धविराम शुरू हो जाएगा. रमजान का महीना शुरू हो चुका है, लेकिन युद्धविराम वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई है. लेकिन कतर में जिस तरह बात आगे बढ़ी है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों देशों के बीच जारी जंग कुछ दिन के लिए ही सही रूक सकती है.